जूते से स्वागत की कही गई थी बात, मिली धमकी तो हेलमेट पहनकर प्रचार कर कांग्रेस नेता
जूते से स्वागत की कही गई थी बात, मिली धमकी तो हेलमेट पहनकर प्रचार कर कांग्रेस नेता
मध्यप्रदेश में इन दिनों निकाय चुनाव की प्रक्रिया चल रही है। पूरे राज्य में इस चुनाव को लेकर कांग्रेस और बीजेपी के बीच सीधी टक्कर बताई जा रही है। लेकिन इन सबसे बीच एक चीज सबका ध्यान खींच रही है और वो है कि कांग्रेस प्रत्याशी कुछ जगहों पर हेलमेट पहनकर वोट मांगने जा रहे हैं। बताया जा रहा है कि कुछ जगहों पर कांग्रेस उम्मीदवारों का जूते से स्वागत करने की बात की गई थी। तभी से कांग्रेस के नेता डरे हुए हैं।
एक रिपोर्ट के मुताबिक विदिशा के वार्ड 18 से कांग्रेस ने दो बार पार्षद रहे मनोज खींची को तीसरी बार अपना अधिकृत प्रत्याशी बनाया है। मनोज खींची हेलमेट पहन कर चुनाव प्रचार करने निकले। उसे लेकर कांग्रेस के अन्य कार्यकर्ताओं और वार्ड वासियों ने इसका विरोध भी किया था। इसी विरोध के दौरान किसी ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट डाली, जिसमें मनोज खींची को नसीहत दी गई थी कि वो हेलमेट पहनकर आएं नहीं तो वार्ड में उनका स्वागत जूतों और चप्पलों से होगा।
ध्यान रहे कि कुछ दिनों पहले ही भोपाल में एक ऐसा पोस्टर दिखा, जो सबका ध्यान अपनी ओर खींच रहा है। भोपाल के ऐशबाग इलाके में कांग्रेस के खिलाफ एक पोस्टर लगाया गया है। इसमें कहा गया है कि कांग्रेस के नेताओं का यहां आना सख्त मना है। बाग उमराव दुल्हा में कांग्रेस नेताओं का आना सख्त मना है। निकाय चुनाव को लेकर ही यह पोस्टर लगाया गया है। इस पोस्टर को किसने लगाया है और वजह क्या है, ये अभी तक सामने नहीं आया है पर ये चर्चा का विषय बना है।
माहापौर का चुनाव सीधे करेगी जनता
पंचायत के बाद एमपी में राज्य निर्वाचन आयोन ने निकाय चुनाव की तारीखों की घोषणा कर दी है। दो चरणों में चुनाव कराया जा रहा है। 18 जून नामांकन की अंतिम तारीख थी। नाम वापस लेने की अंतिम तारीख 22 जून है। चुनाव चिन्ह का आवंटन 22 जून को किया जाएगा। पहले चरण की वोटिंग छह जुलाई को होगी। जबकि दूसरे चरण के लिए 13 जुलाई को वोट डाले जाएंगे।
पहले चरण का रिजल्ट 17 जुलाई और दूसरे चरण का रिजल्ट 18 जुलाई को आएगा। माहापौर का चुनाव जनता इस बार सीधे करेगी। नगर पालिक और नगर परिषद के अध्यक्षों का चुनाव पार्षद करेंगे। सभी निकायों में आरक्षण की प्रणाली पूरी कर ली गई है। मेयर चुनाव में ओबीसी के लिए चार सीटें आरक्षित हैं। वहीं 99 नगर पालिकाओं में ओबीसी के लिए 28 और नगर परिषदों में 73 पद रिजर्व किए गए हैं।