Pratapgarh: राजा प्रताप बहादुर चिकित्सालय व महिला अस्पताल की सफाई व्यवस्था चरमरा गई
वार्ड के भीतर तक गंदगी
प्रतापगढ़: ठंड की शुरुआत में ही मेडिकल कॉलेज के राजा प्रताप बहादुर चिकित्सालय व महिला अस्पताल की सफाई व्यवस्था चरमरा गई है. मेन गेट से शुरू होने वाली गंदगी वार्ड के भीतर मरीजों के बिस्तर के पास तक दिख रही है. सामान्य गंदगी ही नहीं बल्कि इंजेक्शन लगाने व घाव साफ करने में इस्तेमाल हुई रूई भी जहां-तहां फेकी रहती है. फिर भी अस्पताल प्रशासन इसे नजरअंदाज कर रहा है. जबकि इससे मरीजों को नई बीमारी से संक्रमित होने का खतरा बढ़ गया है. यह हाल तब है जबकि मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. सलिल श्रीवास्तव व सीएमएस डॉ. शैलेन्द्र कुशवाहा प्रतिदिन निरीक्षण करते रहते हैं. इस मामले में सीएमएस से बात करने का प्रयास किया गया लेकिन उनसे सम्पर्क नहीं हो पाया.
गेट से शुरू हो जाती है गंदगी, बदबू : राजा प्रताप बहादुर चिकित्सालय में मेन गेट से घुसते ही बदबू का सामना करना पड़ता है. दरअसल मेनगेट के पास ही लोग लघुशंका करने लगे हैं. इससे वहां गंदगी व बदबू फैली रहती है. मेडिकल कॉलेज व अस्पताल के अधिकारी इसे नजरअंदाज कर रहे हैं. पास ही अस्पताल पुलिस चौकी भी है फिर भी कोई अंकुश नहीं लग पा रहा.
कुत्तों की लड़ाई में फैल रहा कचरा
राजा प्रताप बहादुर चिकित्सालय के भीतर जाने पर ब्लड बैंक के सामने फैला कचरा कुत्तों की लड़ाई से बिखर गया था. पूरे गलियारे में कचरा फैला देख मरीज व उनके तीमारदार किसी तरह कचरे से बचकर नाक-मुंह सिकोड़ते हुए वहां से गुजर रहे थे. लंबे समय से भर्ती मरीजों के तीमारदारों की मानें तो ब्लड बैंक के पास अक्सर कुत्तों का जमावड़ा होता है.
लिफ्ट और पोषण वार्ड में कचरा
मेडिकल कॉलेज के महिला अस्पताल की लिफ्ट में गुटखा व चिप्स का खाली पाउच ही नहीं बल्कि जगह-जगह पान की पीक थूकी थी. इससे कुपोषित मरीजों को संक्रमित होने का खतरा सबसे अधिक होता है फिर भी उनके लिए बने पोषण वार्ड में कचरा फैला था.