Ujjain उज्जैन : महाकालेश्वर मंदिर में भस्मारती के दौरान आज रविवार को बाबा महाकाल का आकर्षक श्रृंगार किया गया। इस दौरान बाबा महाकाल के शिवलिंग पर शिवलिंग की हूबहू आकृति बना दी। जिसने भी इन दिव्य दर्शनों का लाभ लिया, वह देखते ही रह गया। आज भक्तों को दर्शन देने के लिए बाबा महाकाल सुबह 4 बजे जागे। जिसके बाद बाबा महाकाल की भस्म आरती धूमधाम से की गई।
विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर के पुजारी पंडित अभिषेक शर्मा (बाला गुरु) ने बताया कि कार्तिक शुक्ल पक्ष की नवमी रविवार पर आज बाबा महाकाल सुबह 4 बजे जागे। भगवान वीरभद्र और मानभद्र की आज्ञा लेकर मंदिर के पट खोले गए। जिसके बाद सबसे पहले भगवान को गर्म जल से स्नान, पंचामृत अभिषेक करवाने के साथ ही केसर युक्त जल अर्पित किया गया। आज बाबा महाकाल भस्म आरती के दौरान शिवलिंग की हूबहू आकृति के रूप में श्रृंगारित हुए और महानिर्वाणी अखाड़े के द्वारा बाबा महाकाल को भस्म अर्पित की गई। श्रद्धालुओं ने नंदी हॉल और गणेश मंडपम से बाबा महाकाल की दिव्य भस्म आरती के दर्शन किए और भस्म आरती की व्यवस्था से लाभान्वित हुए। श्रद्धालुओं ने इस दौरान बाबा महाकाल के निराकार से साकार होने के स्वरूप का दर्शन कर जय श्री महाकाल का उद्घोष भी किया।
प्रोटोकाल कार्यालय में दान-भेंट राशि जमा सुविधा प्रारम्भ
श्री महाकालेश्वर मन्दिर में दूर-दूर से श्रद्धालु गण दर्शन पूजन हेतु आते हैं। वहीं विशिष्ट अतिथि गण हेतु नीलकंठेश्वर मुख्य मार्ग पर पंचमुखी हनुमान की प्रतिमा के पास सत्कार कार्यालय प्रारम्भ हो गया है। सभी अतिथिगण, भेँट राशि जमा कर सत्कार पर्ची प्राप्त कर पुण्य दर्शन लाभ प्राप्त करते हैं। मन्दिर प्रशासक गणेश धाकड़ ने बताया कि दान आदि पूजन अर्चन का ही भाग है एवं यदि श्रद्धालुगण दान-भेँट अर्पण नही कर पाते हैं, शेष रह जाता है तब प्रोटोकॉल कार्यालय में भी दान राशि जमा किये जाने की सुविधा से वे प्रसन्न होकर ऐक्छिक दान करते हैं।