ग्रीन एनर्जी सौर ऊर्जा को बढ़ावा देने वालों में एनर्जी की कमी, 284 घरों में ही लगे
रायसेन। पहले सोलर रूफ टॉफ के नाम से योजना चल रही थी। इसके बाद अभी जो योजना लॉन्च हुई है, लेकिन अब तक शहर में कितने लोगों ने योजना के तहत सोलर पैनल लगवाए हैं। यह जानकारी फिलहाल नहीं है। -प्रांजल शर्मा , शहर जेई दरअसल ग्रीन एनर्जी को बढ़ावा देने वालों को ही एनर्जी की जरूरत है। मप्र मध्य क्षेत्र बिजली कंपनीरायसेन ने शहर में इसकी शुरूआत छह साल पहले यानी 2018 में की थी। योजना का लाभ ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचे इसको लेकर अधिकारियों ने कोई प्लानिंग नहीं की और न ही शहर में किसी प्रकार का प्रचार-प्रसार नजर आया। अधिकारियों की इस लापरवाही का ही नतीजा है कि योजना शुरू होने के बाद छह साल बीत चुके हैं। लेकिन शहर व आसपास के हजारों उपभोक्ताओं में से केवल 284 ने ही सोलर पैनल लगवाए हैं।
रायसेन शहर में ग्रीन एनर्जी को बढ़ावा देने के लिए अब पीएम सूर्य घर योजना को लेकर काम शुरू हो गया है। इसमें तीन किलो वॉट तक के सोलर पैनल लगाने का प्रावधान है। जिसमें 30 हजार रुपए से लेकर 78 हजार रुपए तक की सब्सिडी उपभोक्ता को मिलेगी। इसके पंजीयन भी हो चुके हैं, लेकिन पंजीयन के बाद योजना का क्रियान्वयन किसको करना है ।यह स्पष्ट नहीं हो पा रहा है। मॉनिटरिंग करने वाली बिजली कंपनी के अधिकारियों का कहना है कि सोलर पैनल लगाने के लिए किसने पंजीयन कराए यह जाने के लिए रजिस्ट्रेशन अनिवार्य है।
किसको कितनी सब्सिडी :
● 0 से 150 यूनिट खपत पर 1 से 2 केवीए का सोलर पैनल, 30 से 60 हजार रुपए की सब्सिडी।
● 150 से 300 यूनिट खपत पर 2 से 3 केवीए का सोलर पैनल, 60 से 78 हजार रुपए सब्सिडी।
● 300 से ज्यादा यूनिट खपत होने पर 3केवीए व इससे अधिक का सोलर पैनल, सब्सिडी 78 हजार रुपए।