खुली नालियों में बहते पानी ने छीना लोगों का सुकून, कई बार शिकायतों के बावजूद नहीं हो रहा निराकरण

Update: 2022-12-28 08:57 GMT

इंदौर न्यूज़: शहर में वैसे तो कई विकास कार्य हो रहे हैं, लेकिन आज भी इंदौर के कई ऐसे क्षेत्र या वार्ड हैं, जहां लोग ड्रेनेज, गंदगी और पीने के पानी जैसी समस्याओं से जूझ रहे हैं. यही हाल शहर के व्यावसायिक क्षेत्र वार्ड क्रमांक 58 का है. यहां जूनी कसेरा बाखल से बड़वाली चौकी तक सिरवेज का पाइप ही नहीं है. खुली नालियों में ही लोगों के घरों और दुकानों का गंदा पानी बहता रहता है. जिस कारण यहां दिन रात दुर्गंध आती रहती है. इस क्षेत्र में कई खाने-पीने की दुकानें भी हैं. जिनके बाहर ही गंदा पानी बहता रहता है. यही हाल वार्ड 4 के अन्तर्गत आने वाली कृष्णबाग कॉलोनी और अखंड नगर का भी है. लोग ड्रेनेज की समस्या से जूझते हैं. इन कॉलोनियों की हर गली की ड्रेनेज लाइन चोक है. जिसका पानी दिन-रात गलियों में बहता रहता है. बारिश में तो कई गलियां ड्रेनेज के गंदे पानी से तालाब बन जाती हैं. इन्हीं सभी समस्याओं के कारण नर्मदा पाइप लाइन में भी गंदा पानी आता है, जिसे भरने के कुछ समय पहले तक बहाना पड़ता है. तब जाकर कही पीने लायक पानी आता है. यही नहीं रहवासियों द्वारा शिकायत के बाद भी नगर निगम कोई समाधान नहीं कर रहा है. रहवासियों ने बताया है कि हमने नगर निगम की हेल्पलाइन नंबर पर कई बार फोन कर शिकायतें भी कीं, जिसके बाद निगमकर्मी दिखावे की सफाई कर निकल जाते हैं.

सीवरेज के गंदे पानी से बचने घर में ट्यूबवेल करवाया था, लेकिन उस पानी में भी ड्रेनेज के पानी की दुर्गंध आती है. यही नहीं कॉलोनी में कचरे की गाड़ी कभी आती है तो कभी नहीं, जिससे लोग खाली प्लॉटों में कचरा फेंक देते हैं. स्ट्रीट लाइट भी बंद है, रात में कुत्ते भी परेशान करते हैं.

- महेश चौहान

हमारे लिए ड्रेनेज की समस्या सबसे बड़ी है इसके कारण कॉलोनी की सड़कें पूरी तरह से तालाब बन चुकी हैं. कई जगह से ड्रेनेज तो ओवरफ्लो हो रहा है जिससे पूरी कॉलोनी में कीचड़ ही कीचड़ हो चुका है. लोगों को आने-जाने में भी बहुत परेशानी होती है. बच्चे बाहर खेल नहीं पाते.

- डीएस जाट

जूनी कसेरा बाखल व्यवसायिक क्षेत्र होने से यहां रहने वाले लोगों को सुविधाएं नहीं मिल रही हैं. इस वार्ड में जहां तक दुकानें बनी हैं, सिर्फ वहीं तक नगर निगम ने ड्रेनेज के पाइप डाले हैं. बाकी जहां रहवासियों के घर हैं, वहां खुली नालियां छोड़ दी गई हैं. हम सभी परेशान है.

- भोलेशंकर राठौर

मेरी दुकान के पास ही कई महीनों से गंदगी पड़ी हुई है. मैंने इसकी शिकायत भी की थी. जिसके बाद नगर निगम के कर्मचारी ऊपर-ऊपर की सफाई कर के चले गए. इसी गंदगी के बीच हम सब दुकानदारों को दुकानें चलानी पड़ रही हैं. मेरी विनती है कि इन खुली नालियों को ढंक दिया जाए.

- अब्दुल खालिद

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