Damoh दमोह: मध्यप्रदेश के टाइगर रिजर्व में बाघ के शिकार करने के मामले बढ़ रहे हैं। नमर्दापुरम के टाइगर रिजर्व में भी ऐसी घटनाएं सामने आईं थी। अब दमोह स्थित वीरांगना रानी दुर्गावती टाइगर रिजर्व की सीमा में बिना अनुमति के प्रवेश करने पर पांच लोगों को पकड़ा है। ये अपने आप को मछुआरा बता रहे हैं। हालांकि वन विभाग ने इन पर केस दर्ज कर लिया है।
वीरांगना रानी दुर्गावती टाइगर रिजर्व के डीएफओ अब्दुल अंसारी ने बताया कि अवैध रूप से प्रवेश करने वालों के बारे में मुखबिर से सूचना मिली थी। इसके बाद एक टीम गठित की गई। टीम ने घेराबंदी करके इन लोगों को पकड़ा है। ये सभी लोग अपनी बाइक पर सवार होकर टाइगर रिजर्व की सिंगापुर रेंज पहुंचे थे। इन लोगों का कहना है कि वे मछली मारने के इरादे से रिजर्व में घुसे थे।
कोसमघाट पर मिले लोग
वन विभाग ने बताया कि टाइगर रिजर्व की टीम बाइक सवारों को खोजते हुए सिंगापुर रेंज से निकलने वाली नदी पर पहुंची। यहां पर रात्रि के समय सभी लोग मछली मारते मिले । टीम ने इनके पास से मछली पकड़ने का जाल और अन्य औजारों की भी जब्ती की है। इन पर मछलियों को पकड़ने की धाराओं पर मामला दर्ज किया। ये लोग देवरी के निवासी हैं। दरअसल तेंदूखेड़ा से टाइगर रिजर्व में बहने वाली बमनेर नदी में बहुत मछलियां हैं। यहां पर प्रतिबंध लगा है इसीलिए ये लोग रात के समय मछलियां पकड़ने के लिए आते हैं।
सिंगपुर रेंजर एच के महोविया ने बताया कि ये लोग दो बाइक पर सवार थे। आरोपियों में दयाशंकर पिता पूरनलाल रैकवार, संजय पिता तुलसी रैकवार, उदल पिता हल्लू रैकवार, परसोत्तम पिता तुलसीराम रैकवार और कमलेश पिता करोड़ी रैकवार शामिल हैं।