TL बैठक में कलेक्टर ने की CM हेल्पलाईन तथा विभागीय गतिविधियों की समीक्षा

Update: 2025-02-03 13:54 GMT
Raisen। सीएम हेल्पलाइन आमजन की शिकायतों के त्वरित समाधान के लिए संचालित है। आमजन का विश्वास सीएम हेल्पलाइन पर बना रहे इसके लिए जरूरी है कि आमजन की शिकायतों का संतुष्टि के साथ त्वरित समाधान हो। अधिकारी सीएम हेल्पलाइन शिकायतों को फुटबॉल की तरह एक विभाग से दूसरे विभाग के पाले में ना डाले। पहले शिकायत को देखें, समझे, शिकायतकर्ता से चर्चा कर वस्तुस्थिति जाने और नियमानुसार निराकरण की कार्यवाही करें। यह निर्देश जिले के नवागत कलेक्टर अरूण विश्वकर्मा द्वारा सोमवार को कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में आयोजित टीएल बैठक में सीएम हेल्पलाईन की समीक्षा करते हुए सभी जिला अधिकारियों को दिए गए।
बैठक में कलेक्टर अरूण विश्वकर्मा ने जिला अधिकारियों को सख्त हिदायत देते हुए कहा कि सीएम हेल्पलाईन की गंभीरता को समझें। मुख्यमंत्री की सीएम हेल्पलाईन में विशेष रूचि है। प्रत्येक शिकायत का समयावधि में निराकरण किया जाना है। कोई भी शिकायत अनावश्यक रूप से एक विभाग से दूसरे विभाग या एक शाखा से दूसरी शाखा में ना भेजी जाए। सभी जिला अधिकारी स्वयं सीएम हेल्पलाईन शिकायतों का व्यक्तिगत रूचि लेकर निराकरण करें।


 


कलेक्टर विश्वकर्मा ने सीएम हेल्पलाईन समीक्षा के दौरान डी ग्रेड में शामिल उद्यानिकी विभाग, सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्यम विभाग, अनुसूचित जाति कल्याण विभग, स्कूल शिक्षा, स्वास्थ्य विभाग तथा वन विभाग के अधिकारियों को कार्यशैली में सुधार लाते हुए आगामी सात दिवस में अधिक से अधिक शिकायतों का संतुष्टिपूर्ण निराकरण सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए। साथ ही सी ग्रेड में शामिल जनजातीय कार्य विभाग, नगरीय विकास एवं आवास विभाग, वित्त विभाग, योजना एवं सांख्यिकी विभाग, खाद्य, कृषि सहित अन्य विभागों के अधिकारियों को भी प्राथमिकता से शिकायतों का संतुष्टिपूर्ण निराकरण कराने के निर्देश दिए। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि जो अच्छा कार्य कर रहे हैं वह और अधिक बेहतर कार्य करने का प्रयास करें। कलेक्टर ने अच्छा काम करने वालों की पीठ थपथपाई और लापरवाह अफसरों को लगाई डांट फटकार भी लगाई।
कलेक्टर ने शिकायतकर्ताओ को कॉल कर जानी निराकरण की वस्तुस्थिति...
टीएल बैठक में सीएम हेल्पलाईन की समीक्षा के दौरान कलेक्टर विश्वकर्मा ने जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र, शिक्षा विभाग ,वन विभाग के सीएम हेल्पलाईन पोर्टल को खुलवाकर उसमें दर्ज शिकायतों के शिकायतकर्ताओं के मोबाईल नम्बर पर कॉल कर शिकायत के निराकरण की वस्तुस्थिति जानी। स्कूल शिक्षा विभाग की सीएम हेल्पलाईन समीक्षा के दौरान उन्होंने शिकायतकर्ता संतोष कुमार अहिरवार को स्वयं कॉल कर शिकायत के निराकरण के बारे में जाना। शिकायतकर्ता ने बताया कि वह माध्यमिक शिक्षक है और उसे आठ माह का डीए एरियर का भुगतान प्राप्त नहीं हुआ है। विभाग में आवेदन देने के उपरांत भी अभी तक उसे भुगतान नहीं किया गया है। कलेक्टर अरूण विश्वकर्मा द्वारा जिला शिक्षा अधिकारी डीडी रजक से डीए एरियर का भुगतान नहीं होने का कारण पूछे जाने पर वह संतोषजनक जबाव नहीं दे पाएं। कलेक्टर श्री जिला शिक्षा अधिकारी को फटकार लगाते हुए तुरंत अपने कार्यालय जाकर भुगतान में विलम्ब होने का कारण ज्ञातकर अवगत कराने के निर्देश दिए।
इसी प्रकार उद्योग विभाग की समीक्षा के दौरान कलेक्टर ने शिकायतवार निराकरण की कार्यवाही की जानकारी ली। उन्होंने शिकायतकर्ता दिनेश वंशकार को कॉल कर शिकायत की जानकारी लेते हुए पूछा कि अभी तक विभाग की ओर से उनसे शिकायत के निराकरण को लेकर सम्पर्क किया गया है या नहीं। शिकायतकर्ता ने बताया कि उन्होंने आवेदन के उपरांत भी स्वरोजगार योजना का लाभ नहीं मिलने पर सीएम हेल्पलाईन पर शिकायत दर्ज कराई थी। लेकिन अभी तक निराकरण नहीं किया गया है और ना ही विभाग की ओर से कुछ बताया गया है। इस पर कलेक्टर विश्वकर्मा ने उद्योग विभाग के महाप्रबंधक हंसराज चौधरी को नोटिस जारी करने के निर्देश दिए।
कलेक्टर विश्वकर्मा ने वन विभाग से संबंधित सीएम हेल्पलाईन शिकायतों के अवलोकन के दौरान पाया कि अनेक शिकायतों को त्वरित रूप से कार्यक्षेत्र से बाहर कर अन्य विभागों को भेजा गया है। इस पर उन्होंने बैठक में उपस्थित रायसेन तथा औबेदुल्लागंज के अधिकारियों से जानकारी लेते हुए नाजगी व्यक्त की। कलेक्टर ने संबंधितों की कार्यप्रणाली के विरूद्ध डीएफओ को पत्र लिखने के निर्देश दिए। बैठक में जिला पंचायत सीईओ शम अंजू पवन भदौरिया, अपर कलेक्टर श्वेता पवार सहित जिला अधिकारी उपस्थित रहे।
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