रीवा : रीवा जिले की जनपद पंचायत सिरमौर की ग्राम पंचायत पाली के गुलाब की खुशबू अब दिल्ली, बैंगलुरु, आगरा सहित अन्य बड़े महानगरों में फैल रही है। यह संभव हुआ है ग्राम पाली की डिंपल के अपने खेत में सफलतापूर्वक गुलाब की खेती करने से।
डिंपल पहले अपने खेत में परम्परागत रूप से गेहूँ और दलहन की फसल लिया करती थी। इससे उन्हें बमुश्किल 30 से 40 हजार रूपये की ही आमदनी हो पाती थी। कम आमदनी से पूरे परिवार का गुजर-बसर मुश्किल से हो पाता था। कई बार उनके परिवार को बड़ी कठिनाई में दिन बिताने पड़ते थे। इस तकलीफ को देखते हुए डिंपल के मन में खेती के साथ ही अन्य रोजगार करने की इच्छा भी थी। इस बीच उन्हें रीवा में उद्यानिकी विभाग के अधिकारियों से मिलने का मौका मिला। उन्हें खेती को लाभ का व्यवसाय बनाने के लिये फसल विविधीकरण और पॉली-हाउस तैयार कर फूलों की खेती करने की सलाह दी गई।
डिंपल बताती हैं कि गुलाब की खेती के लिये खेत में पॉली-हाउस तैयार करने के लिये उद्यानिकी विभाग से उन्हें 33 लाख 80 हजार रूपये का ऋण मंजूर हुआ। इसके साथ ही उन्हें राज्य सरकार की ओर से 16 लाख 88 हजार रूपये की सब्सिडी भी मिली। राज्य सरकार से मिली आर्थिक सहायता से उन्होंने 4 हजार वर्ग मीटर में गुलाब की खेती करने का निर्णय लिया। इसके बाद उन्होंने गुलाब की खेती शुरू की। उनके गुलाब की बिक्री रीवा में अच्छी तरह से होने लगी। इससे उनकी आमदनी भी बढ़ी। इसके बाद उन्हें उद्यानिकी विभाग के अधिकारियों ने गुलाब की पैदावार को दिल्ली, बैंगलुरु सहित अन्य महानगरों के बाजारों में भेजने की सलाह दी। अब वे इन शहरों में लगातार गुलाब भेज रही हैं। डिंपल गुलाब की खेती कर काफी खुश हैं। उनके इस कार्य से आसपास के किसानों ने भी उद्यानिकी फसलों की तरफ अपनी रुचि जाहिर की है। अब डिंपल अपने क्षेत्र में सफल किसान के रूप में पहचानी जाने लगी हैं।