Meghnagar मेघनगर। ज्ञानतत्व तपोमय चातुर्मास अंतर्गत शुक्रवार को पूज्य साध्वीजी ने अपने प्रवचन में फरमाते हुए कहा कि, पर्व हमे पाप रूपी अंधकार से बचाने के लिए आते है, यदि हम इस पर्व को सही तरीके से मनाए तो हम अज्ञान रुपी, अहंकार रूपी, अंधकार से प्रकाश की ओर बड़ सकते है। पर्युषण का यह पर्व हमे यही सिखाने आता है कि हमे सदैव नमकर रहना है, और हरेक जीव के प्रति करुणा भाव रखकर कार्य करना है।
उक्त जानकारी देते हुए रजत कावड़िया ने बताया कि, आज शुक्रवार को पुज्यश्री के दर्शन वंदन हेतु राणापुर श्रीसंघ के 50 से अधिक सदस्यो का मे आगमन हुआ। राणापुर श्रीसंघ अध्यक्ष दिलीपजी संकलेचा ने राणापुर श्रीसंघ की तरफ से पूज्य साध्वीजी से क्षमायाचना करते हुए, राणापुर पधारने की विनंती की। साथ ही कावड़िया ने बताया कि, बहुमान के लाभार्थी परिवारों द्वारा राणापुर श्रीसंघ अध्यक्ष एवं यात्रा के संघपति राजेंद्रजी, झवेरीलालजी तलेरा का बहुमान किया गया, राणापुर संघ द्वारा लड्डू की प्रभावना प्रवचन में वितरित की गई। यहां से राणापुर श्रीसंघ ने पारा की ओर प्रस्था घनगर मेंन किया। साथ ही कावड़िया ने बताया कि, प्राप्त सूचना अनुसार शनिवार को रतलाम श्रीसंघ, रविवार को जावरा श्रीसंघ मेघनगर पधार रहा है।