Dewas: थाने में युवक की आत्महत्या मामले ने पकड़ा तूल
कांग्रेस इस मामले को लेकर राज्य सरकार पर हमलावर है
देवास: जिले में दो दिन पहले एक युवक के सतवास पुलिस थाने में आत्महत्या करने के मामले ने तूल पकड़ लिया है। कांग्रेस इस मामले को लेकर राज्य सरकार पर हमलावर है। रविवार को कांग्रेस ने दिनभर विरोध प्रदर्शन करने के बाद अब पार्टी नेता और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने भी भाजपा पर पर निशाना साथा है।
उन्होंने सोमवार को सोशल मीडिया के माध्यम से उन्होंने कहा कि देवास में दलित युवक की पुलिस कस्टडी में हत्या की गई, जो दुखद, शर्मनाक और अत्यंत निंदनीय है। इस मामले में राहुल गांधी ने सोमवार को सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स के माध्यम से कहा, "एक तरफ मध्य प्रदेश के देवास में दलित युवक की पुलिस कस्टडी में हत्या की गई, दूसरी तरफ ओडिशा के बालासोर में आदिवासी महिलाओं को पेड़ से बांधकर पीटा गया है। ये दोनों घटनाएं दुखद, शर्मनाक और अत्यंत निंदनीय हैं।
भाजपा की मनुवादी सोच के कारण उनके शासन वाले राज्यों में एक के बाद एक इस तरह की घटनाएं हो रही हैं। सरकार की शह के बिना ये संभव नहीं है। देश के बहुजनों के साथ ऐसी बर्बरता किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी। हम उनके साथ हैं, उनके संवैधानिक अधिकारों और उन्हें न्याय दिलाने के लिए पूरी ताकत के साथ लड़ेंगे। मामले में मृतक युवक के भांजे शिवराम का कहना है कि शनिवार शाम की दो पुलिसकर्मी सरदार मोहल्ले से मामा मुकेश को पिटाई करते हुए ले गए। कुछ मिनट बाद दूसरे मामा गरीब लोंगरे के साथ पीछे-पीछे मैं भी थाने पहुंच गया। हमने सोचा कि रविवार को कुछ होगा नहीं।
यहां बात की तो एएसआई सिद्धनाथ सिंह बैस साहब बोले कि धाराएं गंभीर लग रही हैं, तू छह हजार रुपये लेकर आ तो धाराएं कम कर देंगे। उस वक्त करीब 6 बजे थे। मामा मुकेश थाने में एक कमरे में सही-सलामत बैठे थे। हम दोनों रुपयों का इंतजाम करने चले गए। करीब 6:45 बजे थाने लौटे। यहां देखा कि पुलिसकर्मी मामा को चुपके से गाड़ी में डाल रहे थे। मैंने पहचान लिया। पूछा, तो कोई जवाब नहीं दिया। सिर्फ इतना कहा कि मुकेश ने फांसी लगाने की कोशिश की है। वे गाड़ी लेकर चले गए। हम भी पीछे-पीछे चल दिए। वे मामा को सिविल अस्पताल ले गए थे।