गोपालगंज न्यूज़: भीषण गर्मी में जिले में बिजली संकट लगातार बना हुआ है. केन्द्रीय लोड डिस्पैच सेंटर से लगातार जिले को कम मिल रही बिजली पिक आवर में रोटेशन पर आपूर्ति की जा रही है. जिले को बिजली आपूर्ति करने के लिए 130 मेगावाट बिजली की आवश्यकता हैं. इनमें गोपालगंज पावर ग्रिड को 80 से 85 मेगावाट तो हथुआ ग्रिड को 45 से 50 मेगावाट बिजली की जरूरत है. लेकिन,इन दिनों केन्द्रीय लोड डिस्पैच सेंटर से महज 95 मेगावाट बिजली की आपूर्ति की जा रही है. जिसमें गोपालगंज ग्रिड को 60 से 65 मेगावाट तो हथुआ ग्रिड को 25 से 30 मेगावाट बिजली दी जा रही है. ग्रिड के अधिकारियों ने बताया कि भीषण गर्मी के चलते इन दिनों जिले में बिजली की मांग लगातार बढ़ रही है. एक माह पहले तक जिले में बिजली मांग महज 80 मेगावाट थी. जिसमें 50 से 55 मेगावाट गोपालगंज तो 20 से 25 मेगावाट हथुआ ग्रिड से बिजली मांग थी. अचानक गर्मी बढ़ने से अब यहीं मांग 130 मेगावाट हो गई है.
ओवर लोड में चल रहे ट्रांसफार्मर बिजली की ओवर लोड में ट्रांसफार्मर चलने से फ्यूज उड़ने व जंफर कटने से भी बिजली आपूर्ति बाधित हो जा रही है. कंपनी के अधिकारियों ने बताया कि भीषण गर्मी में लोग अधिक बिजली का उपयोग करते हैं. एससी, कूलर, फ्रीज व अन्य उपकरणों की संख्या लगातार बढ़ रही है. ऐसे में ट्रांसफार्मरों पर लोड बढ़ा है.
लगातार जल रहे ट्रांसफार्मर भीषण गर्मी पड़ने के चलते बढ़े आपूर्ति लोड से लगातार ट्रांसफार्मर जल रहे हैं. ट्रांसफार्मर जलने की सबसे अधिक शिकायत ग्रामीण इलकों से ही मिल रही है. हालांकि कंपनी के अधिकारी जले ट्रांसफार्मरों को जल्द ही बदल कर आपूर्ति बहाल कर दे रहे हैं. इस साल जिले में करीब 50 से 55 ट्रांसफार्मर ओवर लोड चलते जल चुके हैं. गर्मी में आपूर्ति लोड बढ़ने से फीडरों का लगातार ब्रेकडाउन होने का भी सिलसिला बढ़ गया है.