Thandla: भैरव अष्टमी पर लगेगा 56 भोग होगी महा आरती

Update: 2024-11-22 14:15 GMT
Thandlaथांदला। धर्म भूमि थांदला में अनेक चमत्कारिक स्थल है जहाँ लोगों की आस्था इस कदर जुड़ी हुई है कि के उस देव स्थान के लिए अपने प्राण तक न्यौछावर कर देते है। इसी देव भूमि पर पेटलावद रोड़ पर विघ्नहर्ता के रूप में पंथवारी माताजी का मंदिर स्थित है जहाँ विराजमान काल भैरव बाहर जाने आने वालों की रक्षा करते है तो अनेक प्रकार से सहायता भी करते है। इसीलिए अनेक आस्थावान यहाँ शीश नमाकर बाहर जाते है तो आने के बाद अपनी मन्नत उतारते है वही नवः युगल जोड़ी के दाम्पत्य जीवन की खुशहाली के लिए भी मंगल कामना करते है।
यहाँ के पंडित चिंटू वैरागी बताते है कि इस बार महायोग लेकर आ रही भैरव अष्टमी (23 नवम्बर 2024 शनिवार) पर यहाँ के श्रद्धावान भक्तों द्वारा सकल विश्व की कल्याणकारी भावना मन में लिए माता जी के साथ विराजमान काल भैरव को प्रसन्न करने 56 भोग लगाकर उनकी महा आरती की जाएगी। पंडितजी ने बताया कि सुबह से ही भक्तों के द्वारा अभिषेक आदि किये जायेंगे वही बाबा काल भैरव का आकर्षक श्रंगार किया जाएगा हवन पूजन के बाद दोपहर 12 बजे महाआरती व सायं 7:30 दीप यज्ञ के साथ दूसरी महाआरती की जाएगी। महाआरती के पश्चात भक्तों को खिचड़ी व 56 भोग की प्रसादी दी जाएगी। आयोजन समिति ने सभी काल भैरव व माताजी के भक्तों से उक्त धार्मिक आयोजन में तन-मन-धन से सहयोग करते हुए धर्म लाभ लेकर आयोजन को सफल बनाने की अपील की है।
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