बुरहानपुर में ताप्ती का जलस्तर घटा, तवा डैम फुल लेवल से 7 फीट कम; सतना-पन्ना में भारी बारिश का अलर्ट
भारी बारिश का अलर्ट
मध्यप्रदेश के दक्षिण-पूर्वी हिस्से में अगले 24 घंटे के दौरान बारिश की एक्टिविटी जारी रहेगी। कुछ जिलों में तेज बारिश हो सकती है, जबकि कुछ में हल्की बारिश का अनुमान है। भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर और उज्जैन में मौसम साफ रहने की संभावना है।
मौसम विभाग के अनुसार, सतना और पन्ना में भारी बारिश हो सकती है। विदिशा, शिवपुरी, सिंगरौली, सीधी, रीवा, अनूपपुर, शहडोल, डिंडोरी, बालाघाट, दमोह, सागर, छतरपुर में भी तेज बारिश का अलर्ट है। सोमवार के बाद अगले एक-दो दिन तक तेज बारिश का दौर थमेगा। सीनियर मौसम वैज्ञानिक एचएस पांडे ने बताया कि 5 अगस्त से दोबारा तेज बारिश शुरू होने का अनुमान है।
बुरहानपुर में ताप्ती नदी तीन दिन से खतरे के निशान के करीब बह रही है। सोमवार को भी नदी के सारे घाट डूबे हुए हैं। रविवार सुबह ताप्ती खतरे के निशान से 0.700 मीटर नीचे बही, लेकिन दोपहर बाद जलस्तर कम हो गया। लेवल 218.290 मीटर पर आ गया। खतरे का निशान 220.800 मीटर पर है।
15 अगस्त तक खुल सकते हैं तवा डैम के गेट
इटारसी में सुबह से रुक-रुक कर बारिश हो रही है। तवा डैम का जलस्तर धीरे-धीरे बढ़ रहा है। डैम का वाटर लेवल 1155 फीट पर पहुंच चुका है। फुल लेवल 1162 फीट है। ऐसे में गेट 15 अगस्त तक ही खुल सकते हैं। अशोकनगर में भी बारिश हो रही है।
नर्मदापुरम के इटारसी में तवा बांध की भराव क्षमता 1162 फीट है। बांध में अभी 1155 तक पानी आ चुका है।
नर्मदापुरम के इटारसी में तवा बांध की भराव क्षमता 1162 फीट है। बांध में अभी 1155 तक पानी आ चुका है।
24 घंटे में कैसा रहा मानसून
गुना में सबसे ज्यादा बारिश
गुना 1.34 (बारिश इंच में)
इंदौर 0.93
नर्मदापुरम 0.63
टीकमगढ़ 0.63
उज्जैन 0.53
रतलाम 0.47
खरगोन 0.42
पचमढ़ी 0.25
धार 0.10
शिवपुरी 0.07
(आंकड़े रविवार सुबह 8.30 से सोमवार सुबह 8.30 बजे तक की बारिश के)
MP में सामान्य से 4% बारिश ज्यादा
मध्यप्रदेश में 1 जून से अब तक ओवरऑल 4% ज्यादा बारिश हुई है। इनमें प्रदेश के पूर्वी हिस्से में 8% कम और पश्चिमी हिस्से में 15% ज्यादा बारिश दर्ज की गई है।
1 जून से 30 जुलाई तक की बारिश
1 जून से 30 जुलाई तक की बारिश
इन जिलों में सबसे ज्यादा बारिश
सिवनी में 28 इंच, नरसिंहपुर में 27 इंच बारिश हुई। छिंदवाड़ा, हरदा, इंदौर, रतलाम, सीहोर में 24 इंच या इससे ज्यादा पानी गिर चुका है।
बालाघाट, मंडला, सागर, बैतूल, देवास, रायसेन, शाजापुर, उज्जैन और विदिशा जिले में 20 इंच या इससे ज्यादा बारिश दर्ज की गई है।
भोपाल, अनूपपुर, डिंडोरी, जबलपुर, शहडोल, आगर-मालवा, अलीराजपुर, भिंड, गुना, झाबुआ, नीमच, श्योपुर, शिवपुरी में 16 इंच से ज्यादा बारिश है।
इन जिलों में सबसे कम बारिश
सतना में सबसे कम 11 इंच के करीब बारिश हुई है। ग्वालियर, रीवा, सिंगरौली, अशोकनगर और दतिया में सबसे कम बारिश हुई है। यहां बारिश का आंकड़ा 10 इंच भी नहीं पहुंचा।
(1 जून से 30 जुलाई तक की बारिश)
मध्यप्रदेश में कैसे रहेंगे अगले 24 घंटे
दो जिलों में भारी बारिश और वज्रपात: सतना और पन्ना।
12 जिलों में भारी बारिश: विदिशा, शिवपुरी, सिंगरौली, सीधी, रीवा, अनूपपुर, शहडोल, डिंडोरी, बालाघाट, दमोह, सागर, छतरपुर।
37 जिलों में हल्की बारिश: भोपाल, रायसेन, सीहोर, राजगढ़, नर्मदापुरम, बैतूल, हरदा, बुरहानपुर, खंडवा, खरगोन, बड़वानी, अलीराजपुर, झाबुआ, धार, इंदौर, रतलाम, उज्जैन, देवास, शाजापुर, आगर-मालवा, मंदसौर, नीमच, गुना, अशोकनगर, ग्वालियर, दतिया, भिंड, मुरैना, श्योपुर, कटनी, जबलपुर, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, सिवनी, मंडला, टीकमगढ़ और निवाड़ी।