Madhya Pradesh मध्य प्रदेश: में भ्रष्ट अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई का सिलसिला जारी है। लगभग हर दूसरे दिन लोकायुक्त भ्रष्ट अधिकारियों और कर्मचारियों को रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ रहे हैं, लेकिन इसके बावजूद रिश्वतखोर रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं। ताजा मामला मध्य प्रदेश के सीधी जिले का है जहां लोकायुक्त की टीम ने एक हेड कांस्टेबल को उस समय रंगे हाथों पकड़ लिया जब वो कड़ाके की ठंड के बीच रात के 11.30 बजे रिश्वत के पैसे लेने शिकायतकर्ता के घर पहुंचा था। मामला सिद्धि जिले के रामपुर नौकिन थाना क्षेत्र का है जहां रीवा लोकायुक्त की टीम ने हेड कांस्टेबल बृजेश तिवारी को 15 हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ लिया।
रिश्वतखोर हेड कांस्टेबल बृजेश तिवारी ने खड्डी गांव निवासी दिवाकर द्विवेदी से उसके बेटे और भतीजे के खिलाफ दर्ज मामले में एफआईआर में जमानत देने के नाम पर 15 हजार रुपए की मांग की थी। शिकायतकर्ता दिवाकर द्विवेदी ने इसकी शिकायत रीवा लोकायुक्त कार्यालय में की थी। लोकायुक्त टीम ने शिकायतकर्ता दिवाकर द्विवेदी की शिकायत की जांच की और शिकायत सही पाए जाने पर रिश्वतखोर प्रधान आरक्षक बृजेश तिवारी को पकड़ने के लिए जाल बिछाया. जब शिकायतकर्ता दिवाकर ने उसे रिश्वत देने के लिए फोन किया तो उसने कहा कि वह पैसे लेने उसके घर आएगा और कड़ाके की ठंड के बीच शुक्रवार रात 11.30 बजे प्रधान आरक्षक बृजेश तिवारी रिश्वत लेने दिवाकर द्विवेदी के घर पहुंच गया जहां पहले से ही लोकायुक्त टीम मौजूद थी और उसे रंगे हाथों पकड़ लिया.