Raisen: रास्ता नहीं मिलने से कॉलिनामेदार की खेत में रखी धान फ़सल बारिश से भीगी, लाखों रुपए का नुकसान
Raisen। रास्ता नहीं मिलने से खेत में कटी पड़ी धान की फसल ओले पानी से हुई चौपट/ नष्ट किसान को हुआ लगभग 8से10 लाख तक की धान फसल का नुकसान।जिले के ग्राम शोभापुर तहसील उदयपुरा जिला रायसेन मे चैत राम कटियार मयंक वा रीतेश कटियार एवम उनकी दादी की लगभग 9 एकड़ सिंचित कृषि भूमि गोविंद s/o हल्केवीर अहिरवार हाल निवासी उदयपुरा द्वारा उक्त भूमि कोली पर 25000 हजार रुपए एकड़ में ली गई थी ।जिसपर कोली नामा क्रेता द्वारा खरीफ फसल धान लगाई गई थीं। फसल के धान कटने के बाद कुछ लोगों द्वारा इनके प्रचलित रास्ते बंद कर दिए थे ।जिसे खुलवाने के लिए भूमि स्वामी चैतराम कटियार मयंक कटियार द्वारा एसडीएम बरेली जिला रायसेन तहसीलदार उदयपुरा को विगत 15 से 20 दिन पूर्व आवेदन रास्ता खुलवाने के लिए दिया ।
रास्ते को खोले जाने की शिकायत सीएम हेल्प लाइन पर भी समय पर दर्ज करवा दी गई थी।लेकिन शासन प्रशासन द्वारा समय पर अंतरिम रास्ता न खुलवाने से दिनांक 27/12/24 की रात्रि वा 28/12/24 शनिवार को दिनभर बेमौसम हुई मावठे की बारिश से पूरी फसल खराब हो गई। जिससे कोली क्रेता को लगभग 8 से 10 लाख रुपये की क्षति हो गई है।ऐसी स्थिति में वह कोलिनामे किसान को भारी नुकसान हुआ है।आगामी रबी सीजन की फसल की बोवनी की संभावना भी नहीं हैं ।ऐसी परिस्थिति में किसान के ऊपर खाद बीज दवाइयों डीजल लेबर कोलीदाता वा बाजार सभी की मिलाकर लगभग 8 से 6 से 10 लाख रुपये का कर्ज की देनदारी हे ।कोलीक्रेता के 3 बच्चे वा पत्नी एवम खुद के भरण पोषण एवं सभी कर्ज की देनदारी सहित रुपए 10,00000 रुपये की आर्थिक सहायता प्राकृतिक आपदा प्रबंधन कोष से दिलवाने की मांग केंद्रीय कृषि एवं ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान,प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव प्रधानमंत्री /मप्र के कृषि मंत्री ,कलेक्टर अरविंद दुबे से की गई है।
किसान ने तहसीलदार उदयपुर से की थी शिकायत.....
रास्ता नहीं मिलने पर परेशान के साथ चेतराम कटिहार मयंक कटिहार द्वारा उदयपुर तहसीलदार को आवेदन देकर मामले की शिकायत की थी ।हालांकि राजस्व निरीक्षक और पटवारी ने रास्ता खुलवाने का मौके का मुआयना कर निरीक्षण भी किया था। लेकिन दबंग किसानों की मनमानी से वह सब प्रयास फेल हो गए। ऐसे में शुक्रवार शनिवार को दिनभर बेमौसम मावठे की बारिश हो गई। जिससे खेत में कटी हुई फसल पानी से भी कर बर्बाद हो गई। परेशान के किसान ने मुख्यमंत्री केंद्रीय कृषि मंत्री प्रदेश के कृष्ण कृषि मंत्री कलेक्टर अरविंद दुबे से मुस्कान का आकलन कर उचित मुआवजा राशि दिए जाने की मांग की है।