Madhya Pradesh मध्य प्रदेश: पश्चिमी विक्षोभ के कारण शुक्रवार-शनिवार रात 2:30 बजे से 4:30 बजे तक बारिश हुई। पूरे जिले में औसतन 0.5 इंच बारिश दर्ज की गई है। जबकि कुल 4.2 इंच बारिश दर्ज की गई है। जिसमें सबसे ज्यादा बारिश 0.9 इंच बिजावर में और सबसे कम 0.2 इंच बारिश बड़ामलहरा में दर्ज की गई। वहीं नौगांव और राजनगर में 0.7 इंच, बकस्वाहा में 0.6 इंच बारिश दर्ज की गई। मौसम विज्ञान केंद्र भोपाल के अनुसार अगले 24 घंटे तेज हवाएं और ओलावृष्टि की संभावना है। आंधी और तूफान के साथ 30-40 किमी/घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने की संभावना है।
ये हवाएं विशेष रूप से भोपाल, विदिशा, रायसेन, सीहोर, राजगढ़, हरदा, बुरहानपुर, खंडवा, खरगोन, बड़वानी, देवास, छिंदवाड़ा, सागर, छतरपुर, टीकमगढ़, निवाड़ी, पांढुर्ना जिलों में चलने की संभावना है। वहीं, बैतूल, नर्मदापुरम आदि में बारिश के साथ ओलावृष्टि हो सकती है। अलीराजपुर, झाबुआ, धार, इंदौर, रतलाम, यूक्रेन, शाजापुर, आगर, मंदसौर, नीमच, गुना, अशोकनगर, शिवपुरी, दतिया, भिंड, मुरैना, कटनी, जबलपुर, नरसिंहपुर, सिवनी, मंडला, बालाघाट, दमोह, मैहर और अन्य आसपास के इलाकों में तूफान की संभावना है। मौसम विज्ञान केंद्र खजुराहो के प्रभारी आरएस परिहार के मुताबिक पश्चिमी विक्षोभ उत्तरी पाकिस्तान और उससे सटे इलाकों में समुद्र तल से 3.1 से 5.8 किलोमीटर की ऊंचाई पर चक्रवाती परिसंचरण के रूप में सक्रिय है। इसके कारण दक्षिण-पश्चिमी हवाएं 68 डिग्री पूर्वी देशांतर और 17 डिग्री उत्तरी अक्षांश के उत्तर में समुद्र तल से 7.6 किलोमीटर की ऊंचाई पर फैली हुई हैं।
दक्षिण-पश्चिमी राजस्थान और इससे सटे इलाकों पर समुद्र तल से 1.5 किलोमीटर की ऊंचाई पर चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है, जो मौसमी बदलावों का संकेत दे रहा है। इसके साथ ही भारत के ऊपर समुद्र तल से 12.6 किलोमीटर की ऊंचाई पर 203 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से जेट स्ट्रीम हवाएं चल रही हैं, जो मौसम पर खासा असर डाल सकती हैं। वहीं, उत्तरी पाकिस्तान और दक्षिण-पश्चिमी राजस्थान पर चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र सक्रिय है, जिसके कारण पूर्वी अरब सागर तक समुद्र तल से 1.5 किलोमीटर की ऊंचाई पर एक द्रोणिका बनी हुई है। मौसम विभाग ने सभी नागरिकों से तूफान के दौरान खुले स्थानों पर न जाने और सुरक्षित स्थानों पर रहने की अपील की है