Raisen: परिवीक्षा अवधि में भी शिक्षकों को दिया जा रहा है संतान पालन अवकाश का लाभ

Update: 2024-09-18 13:05 GMT
Raisen रायसेन । जिले के सिलवानी में शिक्षा विभाग की कार्य प्रणाली हमेशा से ही चर्चा का विषय बनी रही है। कभी करोड़ों रुपए के घोटाले तो कभी शिक्षकों के अटैचमेंट में काफी लूट खसोट की चर्चाएं होती रहती हैं। नया मामला परिवीक्षा अवधि में महिला शिक्षकों को संतान पालन अवकाश दिया जाना है। दरअसल मध्यप्रदेश शासन वित्त विभाग के द्वारा जारी अधिसूचना दिनांक 22 अगस्त, 2015 द्वारा "38-ग संतान पालन अवकाश" महिला शासकीय सेवक को सक्षम प्राधिकारी द्वारा उसके सम्पूर्ण सेवाकाल के दौरान उसकी दो ज्येष्ठ जीवित संतानों की देखभाल के लिए अधिकतम 730 दिन की कालावधि का संतना देखभाल अवकाश स्वीकृति का प्रावधान किया गया है।
मध्यप्रदेश सिविल सेवा (अवकाश) नियम 1977 के नियम 38 (सी) द्वारा महिला शासकीय सेवकों को संतान पालन अवकाश की पात्रतानुसार व नियम 41 के अंतर्गत प्रदत्त शक्तियों (अवकाश स्वीकृति के अधिकार) को ध्यान में रखकर यथोचित स्वीकृति जारी की जा सकेगी। यह सुनिश्चित कर लिया जाए कि आपके अधीनस्त कार्यालयीन व्यवस्था, शैक्षणिक कार्य आदि में गतिरोध उत्पन्न न होकर कार्य सुचारू रूप से निरन्तर जारी रहे।
परीक्षा अवधि में पूनम गौर जिनकी पदस्थापना 8 अप्रैल 2023 को हुई और इन्होंने संतान पालन अवकाश 10.1.2024 से 89 दिन का लिया। इसी तरह से 8/7/2024 से 4/10/ 2024 दो बार संतान पालन अवकाश लिया और 22/ 6/ 2023 से बीआरसी में अटैच रही। सलैया में मात्र दो शिक्षक हैं जिसमें से पूनम गौर अवकाश पर हैं।
शिक्षकों के अटैचमेंट से छात्रों की पढ़ाई ठप्प.....
इसी तरह शासकीय माध्यमिक शाला सर्रा में दो स्थाई टीचर 106 छात्र-छात्राए है और दो अतिथि विद्वान है । एक परमानेंट टीचर हैं वह जाते ही नहीं है स्कूल दूसरे परीक्षा अवधि में कीर्ति अहिरवार सर्रा स्कूल में पदस्थापना हुई और संकुल बीकलपुर केंद्र में यह सारे स्कूल आते हैं। और इनको सलामतपुर विकास खंड सांची में अटैच किया है। आदेश क्रमांक/स्थापना 1/ अस्थायी शैक्षणिक ब्यबस्था/2024/5785/रायसेन दिनांक 30/08/2024 संकुल प्रभारी ने प्रधान अध्यापक शासकीय उच्चतर माध्यमिक शाला सर्रा को आदेश दिया है की आप संबंधित को कार्य मुक्त करें। इसी तरह से ककरूआ प्राथमिक शाला में दो शिक्षक हैं और महिला शिक्षिका सौम्या त्रिपाठी को उदयपुरा में अटैच किया गया है। इस तरह से सिलवानी विकासखंड में कई शिक्षिकाओं को इधर से उधर अटैच किया गया है। जिससे स्कूलों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है ।इस आदिवासी क्षेत्र में शिक्षा विभाग में भारी भर्राशाही और तानाशाही चल रही है।
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