Raisen: रेत का अवैध खनन जारी, पड़ोसी जिलों से दोगुने दाम में आ रही है डंपर व ट्रॉलियों से रेत
Raisen रायसेन। शहर में इन दिनों पड़ोसी जिलों नरसिंहपुर होशंगाबाद और सीहोर में रेत मफियाओं द्वारा स्टॉक कर रखी गई रेत आ रही है जो काफी महंगी बिक रही है।
नदी से बड़ी नाव में निकलते हैं रेत
जिले के उदयपुरा विकासखंड और बाड़ी ब्लॉक में आने वाले गोरा मछवाई भारकच्छ के मदागन घाट में नर्मदा से रेत चोरी रोजाना खुलेआम दिन में ही रेत की चोरी कर रहे हैं। रेत चोरी बड़ी नाव नदी में उतारते हैं। जिससे अधिक मात्रा में रेत को एक ही खेंप में नदी से बाहर ढोकर लाया जा सके। इसके अलावा ट्रैक्टर-ट्रॉली से रेत बेचने वाले रेत चोर भी हमेशा की तरह यहां से नदी में ट्रैक्टर-ट्रॉली उतारकर मजदूरों से रेत निकलवाकर कर ट्रॉलियां भरवा रहे हैं। रेत निकालने में लगे एक मजदूर ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि अभी पाबंदी है, बारिश में मजदूरों को आसानी से काम भी नहीं मिलता.इस कारण ट्रॉली भराई के एवज में उन्हें 4-5 सौ रुपए दिए जा रहे हैं। इधर, रेत की ओवरलोड ट्रॉली से शहर की सड़क क्षतिग्रस्त होने को लेकर ग्रामीणों ने तहसीलदार को आवेदन देकर शिकायत की है। जिससे साफ है कि ओवरलोड ट्रॉलियां व डंपरों से रेत चुराकर लाई जा रही है।
रेत ढुलाई में हो रहा ट्रैक्टर-ट्रॉलियों का उपयोग...
जिले में रेत चोरी और बिल्डिंग मटेरियल की ढुलाई में सैकड़ों ट्रॉलियां रोज खुलेआम उपयोग हो रही हैं, लेकिन इनका आरटीओ में व्यवसायिक प्रयोजन से पंजीयन नहीं है। शहर में ही सिटी थाने के सामने दिनभर बिना नंबर प्लेट वाले पुराने कंडम ट्रैक्टर ट्रॉलियों से दिनभर रेत, गिट्टी, मिट्टी, सरिया ढोया जाता है। बौरास अलीगंज बगलवाड़ा मांगरोल कोटपार गणेश आदि जगहों नदियों से रेत व बजरी ढुलाई में ट्रैक्टर ट्रॉली उपयोग हो रहे हैं, जिन पर कृषि कार्य के लिए लिखा है। फिर भी आरटीओ, यातायात पुलिस कोई कार्रवाई नहीं करती है।इस संबन्ध में जिला माइनिंग अधिकारी आरके कैथल ने बताया कि शिकायत मिलने पर समय समय रेतमफियाओं के विरुद्ध धरपकड़ की कार्यवाही भी की जाती है।