Raisen: जर्जर इमारतें बनीं मुसीबत, 10 कंडम भवन बिल्डिंग खंडहर में तब्दील
Raisen रायसेन। रायसेन नगर पालिका परिषद के सीमा क्षेत्र में नगर पालिका अमले ने 10 जर्जर कंडम घोषित की की है। लेकिन ताज्जुब की बात यह है कि रीवा हादसे के बाद भी रायसेन प्रशासन ने इससे कोई सबक नहीं लिया है ।इन्हें ना तो गिरने की कोई ठोस कार्रवाई की जा रही और ना मकान मालिकों पर जुर्माने की पुख्ता कार्रवाई।नगर पालिका ने बस इतना कर दिया है कि इमारत पर नोटिस तक लगाने कार्रवाई सीमित रखी। कभी भी कोई बड़ा हादसे का सबक बन सकती हैं ।हालांकि नगर पालिका अमले ने कलेक्टर अरविंद दुबे के फरमान का भी सही तरीके से पालन नहीं किया है। जबकि नगर पालिका के इंजीनियर आशुतोष सिंह ने शहर की 10 कंडम भवनों को चिन्हित कर वहां नोटिस की कार्रवाई की थी। इसके बाद नगर पालिका का अमला शायद यह भूल गया की जेसीबी मशीन से ढहा कर मलबा फेंका जाए ।लेकिन अभी तक इन खंडहर इमारतो को जेसीबी मशीनों से हटाने की कार्यवाही फाइलों के कैद होकर रह गई है। नजर की पुरानी कचहरी भवनपुरा वार्ड नंबर 6 तिपट्टा बाजार वार्ड 6 पर मुल्लाजी की पुरानी सहित शहर की पुरानी बस्ती में अभी भी 10 पुरानी इमारते हैं।जो जर्जर अवस्था में खड़ी हुई है ।जो कभी भी धराशाई हो सकती हैं। इससे बड़ी जनहानि होने की भी पूरी संभावना है। इमारत
इनका कहना है.....
हमने शहर के दस जर्जर इमारतों को चिन्हित कर चेतावनी के तौर पर नोटिस चस्पा कर दिया है।3 जर्जर इमारतों को जेसीबी मशीनों की मदद से तोड़ने की कार्रवाई की गई है।बाकी भवन मालिक शहर से बाहर परिवार सहित निवासरत हैं।उन्हें मोबाइल से सूचना भी दी गई है। आशुतोष सिंह नपा इंजीनियर