Raisen: सफेद पत्थरों का काला कारोबार, माइनिंग विभाग सहित जिला प्रशासन के प्रशासनिक अधिकारी बने खामोश

Update: 2024-07-25 10:52 GMT
Raisen रायसेन। जिला मुख्यालय से करीबन10 किलोमीटर दूर ग्राम मिर्जापुर पाली, सालेरा सुड और चांदना राजस्थान भोपाल रायसेन बैरागढ़ विदिशा के पत्थर माफियाओं द्वारा सफेद पत्थर काउत्खनन परिवहन काला कारोबार सालों से धड़ल्ले से चल रहा है।दरअसल इन पत्थर खदानों से हर महीने करोड़ों रुपये का सफेद पत्थर की चट्टानें शिलाएं उत्खनन कर दूसरे राज्यों में बेचने के लिए सप्लाई किया जा रहा है। तहसील रायसेन के उक्त आधा दर्जन क्षेत्रों में चल रहीं सफेद पत्थरों की खदानों से बिना लीज के करोड़ों का सफेद पत्थर टाइल्स बाहर के राज्यों में बेरोकटोक भेजा जा रहा है।जिला व पुलिस प्रशासन सहित माइनिंग महकमे के अफसरों का इनके वाहनों को खुला संरक्षण हासिल है।साथ ही खदानों की स्वीकृत लीज के भी अधिक जगह से सफेद पत्थर खुदाई का कार्य यहां लंबे अरसे से बेरोकटोक चल रहा है।इन पत्थर माफियाओं को माइनिंग अधिकारी आरके कैथल खनिज निरीक्षक अर्चना ताम्रकार का खुला संरक्षण प्राप्त है।इसीलिए सभी पत्थर माफियाओं द्वारा बेख़ौफ होकर सफेद पत्थरों के उत्खनन कार्य मंजूर हुई खदान से बाहर निकलकर पहाड़ी क्षेत्रों से अवैध पत्थर उत्खनन कार्य कर कमाई कर रहे हैं।
साँची विधानसभा क्षेत्र के ग्राम मिर्जापुर पाली,सुंड सालेरा चांदना की खदानों से सफेद पत्थर निकाला जा रहा है।जो कि राजस्थान रायसेन, सीहोर, भोपाल और मुंबई के बड़े बड़े ठेकेदारों का करोड़ों का कारोबार धड़ल्ले से चल रहा।अगर यहां की धरातल की सच्चाई देखी जाए तो जिला माइनिंग विभाग रायसेन से प्राप्त लीज के माध्यम से ली गई भूमि के क्षेत्रफल खदान ठेकेदारों को आवंटित है वहां पत्थर खनन कम बल्कि खदानों से बाहर खेतों और वन विभाग की पहाड़ियों पर सफेद पत्थरों का परिवहन कुछ ज्यादा कर जमकर कमाई कर रहे हैं।इसी तरह सोडरा सुनहरा की मुरम की खदान की आड़ में रायसेन के ठेकेदार द्वारा सफेद पत्थरों का धड़ल्ले से उत्खनन कर जमकर कमाई कर रहा है।इसके अलावा स्वर्गीय ताहिर खान के बेटे सलमान खानऔर जमना अहिरवार की जमीन पर लीज को लेकर राजस्थान के पत्थर ठेकेदार अंकुर अग्रवाल द्वारा किराए पर लेकर पत्थर कारोबार और टाइल्स कारोबार धड़ल्ले से कर रहे हैं।ठेकेदार अंकुर अग्रवाल ने दलित जमना लाल अहिरवार के पट्टे की 4एकड़ की जमीन लीज पर लेकर सफेद पत्थर की
चट्टानों की खुदाई क
र रहा है।जबकि किसान जमना अहिरवार जिला प्रशासन से अपनी पट्टे की जमीन वापस लेने की गुहार लगा चुका है।वह ठेकेदार अंकुर जैन के खिलाफ हाई कोर्ट जबलपुर से केस जीत भी चुका है।
खदानों में नियम कायदे ताक पर.....
उक्त क्षेत्रों में चल रहीं सफेद
पत्थर की खदानों में सभी पत्थर माफिया शासन के तमाम नियम कायदों को ताक पर रखकर अवैध रूप से ब्लास्टिंग कर सफेद पत्थरों का उत्खनन धड़ल्ले से किया जा रहा है।जब मीडिया कर्मियों ने इस संबंध में खनिज अधिकारी आरके कैथल खनिज निरीक्षक अर्चना ताम्रकार से मोबाइल फोन पर चर्चा करना चाही तो उन्होंने फोन रिसीव करना मुनासिब नहीं समझा।इससे साफ जाहिर हो रहा है कि उक्त अधिकारियों की सरपरस्ती में सफेद पत्थरों का काला कारोबार धड़ल्ले से संचालित हो रहा है।
बगैर सुरक्षा संसाधनों के उत्खनन कार्य में जुटे मजदूर.....
इन पत्थर खदानों पर जितने भी मजदूर कारीगर कर रहे हैं वह राजस्थान के नागौर जैसलमेर पाली कोटा क्षेत्र के हैं जो बिना हेलमेट ग्लब्स और लांग बूट के अपनी जान दांव पर लगाकर पत्थर खनन मजदूरी करने के लिए मजबूर हैं।इन बाहर के राज्यों के मजदूरों कारीगरों का जिला व पुलिस प्रशासन के जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा पुलिस वैरीफिकेशन कराना तक मुनासिब नहीं समझा जाता है।कई आपराधिक प्रवत्ति के भी यहां डेरा डालकर काम कर रहे हैं।
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