भोपाल में 1 February को होगा दो धाराओं का ऐतिहासिक प्रमाणादित्य महा मिलन
Nipr। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल शहर में 01 फ़रवरी 2025 शनिवार को ऐसा स्वर्णिम इतिहास लिखा जाएगा जिसे दुनिया कई सदियों तक याद रखेंगी। राजनीतिक नगरी भोपाल आध्यात्मिकता के लिए भी प्रसिद्ध है। एक ओर यहाँ स्थानकवासी धर्मदास जैन सम्प्रदाय के प्रथम पुरुष जिन शासन गौरव जैनाचार्य पूज्य श्री उमेशमुनीजी म.सा. के शिष्य प्रवर्तक श्री जिनेन्द्रमुनिजी म.सा. अपने संत मण्डल के साथ विराजित होकर धर्म प्रभावना कर रहे है वही दूसरी ओर दिगम्बर सम्प्रदाय के गुणायतन प्रणेता 108 श्री प्रमाणसागरजी महाराज ससंघ एवं श्रुत संवेगी महाश्रमण 108 श्री आदित्यसागरजी महाराज ससंघ का ऐतिहासिक भव्य महा मिलन होने जा रहा है।
प्रमाण सागरजी जहाँ शंका समाधान के माध्यम से तो आदित्यसागरजी
श्रुत समाधान कार्यक्रम के माध्यम से जनता की धर्म सम्बन्धी शंकाओं का समाधान करते हुए चर्चा में आये थे। इन दो माह विभूतियों के मिलन का संदेश जैसे ही जैन समाज को मिला तभी से हर कोई इस समागम के साक्षी बनने को उत्सुक नजर आ रहे है। जैन श्रावक श्राविका वृन्द नमोस्तु शासन जयवंत हो के जयघोष करते हुए भीपाल पहुँच रहे है। भोपाल संघ भी सभी धर्म अनुयायियों को 1 फरवरी को दोपहर 4 बजे करीब इस ऐतिहासिक महान “महाश्रमणों के महामिलन” के लिए आमंत्रित कर रहा है। वही थांदला सहित इंदौर, उज्जैन, आष्टा, सीहोर आदि दिगम्बर संघ व्यवस्था में सहयोग हेतु भोपाल पहुँच गए है। उक्त जानकारी जैन समाज प्रवक्ता पवन नाहर ने दी।