हत्या का आरोप: DNA जांच में पुष्टि होने के बाद पुलिस ने किया था महंत को गिरफ्तार
Raisenरायसेन । जिले के सिलवानी थाना क्षेत्र का मामला एक साल पहले महगवां रामजानकी मंदिर सिलवानी के महंत ने एक नाबालिग से दुष्कर्म किया ।था जिसकी DNA रिपोर्ट आने के बाद आरोपी महंत को पुलिस ने गिरफ्तार किया।इसके बाद आरोपी महंत को पुलिस उसके आश्रम में जांच करने लेकर गई जहां फ्रेश की बात कहकर महंत अंदर गए और खा लिया जहर।,जिला चिकित्सालय रायसेन में इलाज के दौरान हुई मौत ।महंत विजयराम दास के चेले भैरव दास शास्त्री पुलिस पर आरोप लगा रहे है ।भैरव दास का कहना है कि पुलिस ने जबरन महंत को आरोपी बनाया और जबरन आज गिरफ्तार किया ।
दरअसल महगवां रामजानकी मंदिर सिलवानी में तकरीबन 200 एकड़ जमीन मंडोर में लगी हुई हैऔर भैरव दास शास्त्री यह आरोप लगा रहे है। कि जायदाद संपत्ति को लेकर महंत की हत्या की गई है ।जबकि पुलिस ने डीएनए टेस्ट के बाद गिरफ्तारी की है ।रायसेन जिले के सिलवानी तहसील के महगवां आश्रम में महंत विजयदास पर नाबालिग लड़की के साथ बलात्कार का मामला दर्ज था। जिसकी डीएनए जांच रिपोर्ट आने के बाद पुष्टि हुई थी । सिलवानी पुलिस ने आरोपी महंत को गिरफ्तार किया और घटना स्थल पर आश्रम लेकर पहुचें ।जहां आरोपी महंत ने जहर खा लिया । जिला अस्पताल लाते समय रास्ते मे हुई मौत । सिलवानी के पास महगवां रामजानकी मंदिर के महंत थे । जिला अस्पताल में में पुलिस बल तैनात हंगामे के आसार बने लेकिन बाद में मामला शांत कर दिया गया।
इनका कहना है....
हमारे महंत पर झूठे आरोप लगाकर पुलिस से मिलजुलकर उनकी हत्या की गई है। यह सबकुछ उनकी पांच करोड़ की संपत्ति के लिए किया गया है। उन पर साजिश के तहत लगाए गए आरोप एकदम झूठे थे।भैरवदास शास्त्री महंत के शिष्य
जनवरी माह 2024 में बलात्कार के मामले में एफआइआर महिला थाने में दर्ज की गई थी। तकनीकी जांच के बाद डीएनए रिपोर्ट पॉजिटिव पाई गई। सोमवार को उन्हें सिलवानी के गांव से गिरफ्तार किया गया था। आज सुबह मौके पर लेकर गए थे, जहां फ्रेश होने की बात कह वे अंदर गए जहर पिया और बाहर आकर गिर गए। मामले की मजिस्ट्रियल जांच की जा रही है। इसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।कमलेश कुमार खरपुसे एएसपी रायसेन |
ये है पूरा मामला..….
बौरास में नर्मदा नदी तट पर श्री राम जानकी मंदिर है। जहां विद्यालय सहित आश्रम अन्य सुविधाएं हैं। पहले यहां महामंडलेश्वर राघव दास महाराज रहते थे। लगभग दो साल पहले उनका निधन हो गया था। उनके बाद गादी को लेकर विवाद हुआ था। जिसमें गादी को दो हिस्सों में कर एक महंत विजयराम दास को सिलवानी के मेहगवां की जमीन और महंताई दी गई। जबकि दूसरे वीरेंद्र दास महाराज को बोरास मंदिर की जमीन और महंताई दी गई। इसके बाद भी दोनो के बीच विवाद चल रहा था।
डीएनए में हुई बलात्कार की पुष्टि...
बताया जाता है कि जनवरी माह 2024 में महंत पर बलात्कार के आरोप लगने के बाद मामला पुलिस जांच में था।मृतक महंत पर नाबालिग लड़की के साथ दुराचार बाद में लड़की के गर्भवती होने का गंभीर आरोप था। पुलिस ने गंभीरता से मामले में जांच पड़ताल की। लड़की और महंत का डीएनए जांच के लिए भेजा था। जिसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद महंत पर बलात्कार के आरोप की पुष्टि हुई, पुलिस ने सोमवार को उन्हें गिरफ्तार किया।