वैष्णव तिलक से सजे महाकाल मावे और भांग हुआ श्रृंगार मस्तक पर लगाया त्रिपुंड

Update: 2024-05-18 06:24 GMT
उज्जैन : विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर में आज वैसाख शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि पर शनिवार तड़के भस्म आरती के दौरान चार बजे मंदिर के पट खुलते ही पंडे पुजारी ने गर्भगृह में स्थापित भगवान की प्रतिमाओं का पूजून किया। भगवान महाकाल का जलाभिषेक दूध, दही, घी, शक्कर और फलों के रस से बने पंचामृत से कर पूजन अर्चन किया गया। प्रथम घंटाल बजाकर हरि ओम का जल अर्पित किया गया। कपूर आरती के बाद बाबा महाकाल को नवीन मुकुट, रुद्राक्ष और मुंड माला धारण करवाई गई।
 आज के श्रृंगार की विशेष बात यह रही कि दशमी तिथि पर शनिवार की भस्मआरती में बाबा महाकाल का मावे और ड्रायफ्रूट से श्रृंगार किया गया, जिसमें बाबा महाकाल के मस्तक पर त्रिपुंड भी सजाया गया। श्रृंगार के बाद बाबा महाकाल के ज्योतिर्लिंग को कपड़े से ढांककर भस्म रमाई गई और भोग भी लगाया गया। महानिर्वाणी अखाड़े की और से भगवान महाकाल को भस्म अर्पित की गई। इस दौरान हजारों श्रद्धालुओं ने बाबा महाकाल के दिव्य दर्शनों का लाभ लिया। जिससे पूरा मंदिर परिसर जय श्री महाकाल की गूंज से गुंजायमान हो गया।
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