Madhya Pradesh: खरगोन हिंसा ने तोड़ी व्यापारियों की कमर, प्रशासन से की कर्फ्यू में ढील देने की अपील
रामनवमी पर खरगोन में हुई हिंसा
खरगोन। रामनवमी पर खरगोन में हुई हिंसा आगजनी की घटना के बाद लगे कर्फ्यू से स्थिति सामान्य हो रही है. कर्फ्यू के कारण अरबों रुपए का नुकसान हो चुका है, तो वहीं प्रशासन द्वारा बार-बार कर्फ्यू के छूट के समय में परिवर्तन से रहवासी नाराज है. (Business affected by Khargone violence) (Khargon Violence Updates)
लगातार तीसरे वर्ष नुकसान झेल रहे व्यापारी: खरगोन राम नवमी के अवसर पर हुई हिंसा के बाद अब स्थिति सामान्य होती जा रही है, जिसको लेकर प्रशासन द्वारा कर्फ्यू में ढील देकर बाजार खोलने की कवायद जारी है. इसी बीच व्यापारियों का कहना है कि बीते 2 वर्षों से करोना की मार के बाद इस वर्ष शादी के सीजन और रमजान की ग्राहकी से काफी उम्मीद थी, लेकिन इस साल असामाजिक तत्वों द्वारा किए गए उपद्रव के बाद कर्फ्यू लगने से एक बार फिर करोड़ों का नुकसान हुआ है.
कर्फ्यू में ढील दे प्रशासन: कपड़ा व्यापारी संघ के संरक्षक और सराफा व्यापारी संघ के सदस्य ने बताया कि बीते 2 वर्षों से कोरोना काल के कारण लगे लॉकडाउन से व्यापार प्रभावित हुआ था, तो वहीं इस वर्ष शादी और रमजान के सीजन से कुछ उम्मीद थी कि व्यापार अच्छा होगा, लेकिन इस साल असामाजिक तत्वों द्वारा किए गए उपद्रवों के कारण लगे कर्फ्यू से उम्मीदों पर पानी फिर गया. व्यापारी बताते हैं कि कर्फ्यू के दौरान व्यापार चौपट हो गया है, जिसमें करीब 10 से 12 करोड़ का नुकसान हुआ है. इसके साथ ही व्यापारियों ने प्रशासन द्वारा कर्फ्यू की छूट के समय में बार-बार परिवर्तन पर भी अप्पत्ति जताई है, साथ ही प्रशासन से अपील की है कि, कर्फ्यू में 10 बजे से 5 बजे तक की ढील दी जानी चाहिए.