चाट के कारण गई जान, पहले खाने को लेकर एक की हत्या, जानें क्या है पूरा मामला
मौके पर मौजूद लोगों ने नहीं की मदद.
जबलपुर: जबलपुर में चाट खाने के विवाद पर एक युवक के हत्या कर दी गई. वारदात रांझी थाना क्षेत्र के मुखर्जी चौक की है. पुलिस के मुताबिक आरोपी पहले भी हत्या के आरोप में जेल जा चुका है. 40 साल के गौरीशंकर तिवारी का कसूर सिर्फ इतना था कि चाट दुकानदार से उसने पहले चाट खिलाने का आग्रह किया. उसी समय चाट खाने पहुंचा आरोपी मंगल कोल इससे गुस्से में आ गया. दुकानदार से पहले चाट खिलाने की बात पर गौरीशंकर और मंगल कोल में विवाद हो गया. बहस में गौरीशंकर कुछ समझ पाता उससे पहले ही मंगल ने चाकू से उसके सीने और पैर पर वार कर दिए.
रांझी पुलिस के मुताबिक हत्या की वारदात मुखर्जी चौक पाठक डेयरी के सामने की है. शनिवार की रात 8.30 बजे के लगभग आरोपी मानेगांव कोल मोहल्ला निवासी मंगल कोल चाट खाने मुखर्जी चौक पर पहुंचा था. मानेगांव पटेल मोहल्ला निवासी गौरीशंकर तिवारी भी चाट खाने पहुंचा थे. आरोपी पहले भी हत्या के मामले में जेल जा चुका है, लेकिन नाबालिग होने के कारण जल्द जमानत पर बाहर आ गया था. पुलिस ने हत्या का प्रकरण दर्ज कर लिया है. चाकू लगते ही गौरीशंकर मौके पर ही गिर गया.
घायल गौरीशंकर के शरीर से खून का फव्वारा निकल रहा था. बावजूद वहां मौजूद कोई भी तमाशबीन मदद को आगे नहीं आया. आरोपी चाकू लहराते हुए भाग निकला. भीड़ में किसी ने 108 एम्बुलेंस को सूचना दी. इसी बीच एक दीपक नाम के युवक दौड़कर गौरीशंकर के बड़े भाई कौशल तिवारी और दूसरे नंबर के भाई जुगुल किशोर तिवारी को खबर दी. दोनों भाई मौके पर पहुंचे, तब तक काफी देर हो चुकी थी.108 एम्बुलेंस के डॉक्टर ने जांच के बाद गौरीशंकर को मृत घोषित कर दिया. बावजूद परिजनों की जिद पर वह शव लेकर विक्टोरिया ले गया. वहां के डॉक्टरों ने भी जब उसके मरने की पुष्टि की, तब जाकर परिजन माने. हत्या की खबर मिलते ही टीआई विजय सिंह परस्ते मौके पर पहुंचे. आरोपी की धरपकड़ के लिए एक टीम उसके घर भी पहुंची, लेकिन वह फरार मिला.
रांझी टीआई विजय सिंह परस्ते के मुताबिक मझले भाई जुगुल किशोर तिवारी की शिकायत पर हत्या का प्रकरण दर्ज कर लिया गया है. आरोपी मंगल कोल की तलाश जारी है. आरोपी ने मानेगांव क्षेत्र में ही नौ माह पूर्व एक युवक की हत्या की थी. उस प्रकरण में वह गिरफ्तार हुआ था. नाबालिग उम्र होने की वजह से उसे जल्दी जमानत मिल गई थी. अब उसने गौरीशंकर की हत्या कर दी.
गौरीशंकर चार भाईयों में तीसरे नंबर का था. वह मजदूरी करता था. बड़े भाई कौशल तिवारी प्राइवेट जॉब करते हैं. वहीं दूसरे नंबर के भाई जुगुल किशोर तिवारी जीसीएफ-1 केंद्रीय विद्यालय में लेक्चरार हैं. छोटा भाई बालमुकुंद नेवी में सिकंदराबाद में है. उसकी छोटी बहन मीनू और पिता नारायण प्रसाद व मां लक्ष्मी तिवारी साथ रहती थी. कुछ समय पहले ही मां-पिता छोटे भाई के पास गए हुए थे. बेटे की हत्या की खबर पाकर वे भी जबलपुर के लिए रवाना हो गए हैं.