Damoh: बुजुर्ग के पैर में ड्रेसिंग के दौरान लापरवाही छोड़ दिए लोहे के टुकड़े, बन गई मवाद

Update: 2024-08-25 09:17 GMT
Damoh दमोह: जिला अस्पताल में ड्रेसिंग के दौरान घायल के पैर में लोहे के टुकड़े छोड़ दिए गए, जिसका खुलासा 15 दिन बाद हुआ, जब घाव की सफाई की गई। अब अधिकारी जांच की बात कह रहे हैं।
हटा के गौरीशंकर वार्ड निवासी 61 वर्षीय किशुन विश्वकर्मा 9 अगस्त को ग्राइंडर लगने से घायल हो गए थे। बायें पैर में घाव हो गया था। इलाज के लिए हटा सिविल अस्पताल से जिला अस्पताल रेफर किया गया।
जिला अस्पताल में वृद्ध के घाव में टांके लगाए गए एवं भर्ती किया गया। इसके बाद छुट्टी कर दी गई। करीब दस दिन तक
वृद्ध दर्द
से कराहता रहा। आराम नहीं लगने पर पुनः वह हटा सिविल अस्पताल पहुंचा। जहां ड्यूटी डॉ. आरपी कोरी ने घाव को देखा तो उसमें मवाद बन चुकी थी। घाव को खोलकर देखा तो उसमें बहुत सा कचरा जमा था। इसके बाद वृद्ध की ड्रेसिंग की गई।
वृद्ध के बेटे धर्मेंद्र विश्वकर्मा ने आरोप लगाया कि जिला अस्पताल में टांके लगाते समय कर्मचारी बातें कर रहे थे, घाव को साफ नहीं किया था एवं करीब सात सौ रुपए लिए थे। छुट्टी के समय कोई पर्चा नहीं दिया गया है और घर भेज दिया गया। डॉ. आरपी कोरी का कहना है कि शनिवार को मरीज आया था, मेरे द्वारा घाव को खोलकर देखा तो उसमें कचरा था। हर संभव प्रयास कर निकाला गया, साथ ही सिविल सर्जन को दिखाने की सलाह दी है। यह एक तरह की गंभीर लापरवाही है। जिला अस्पताल के सिविल सर्जन डॉ राकेश राय का कहना है की यदि ऐसा हुआ है तो यह लापरवाही है। वह जानकारी लेते हैं किसके द्वारा ड्रेसिंग की गई थी।
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