Damoh दमोह: जिले में लगातार 15 घंटे से हो रही बारिश ने जनजीवन को पूरी तरह से प्रभावित कर दिया है। स्थिति यह है कि शहर के अंदर इतना अधिक पानी भर गया है कि गणेश पंडाल भी डूब गए हैं। ऐसे में आयोजकों द्वारा पंडाल को निकालकर गणेश प्रतिमा के चारों ओर सुरक्षा व्यवस्था कराई जा रही है। भारी बारिश ने 19 साल पुरानी यादें ताजा कर दी है। 2005 में भीषण बाढ़ के बाद तबाही की स्थिति को देखते हुए वर्तमान हालात भी उसी तरह के प्रतीत हो रहे हैं। होने के बाद बुधवार सुबह 11 बजे तक बंद नहीं हुई है। हटा की सुनार नदी और बटियागढ़ की जुड़ी नदी में उफान पर है। मंगलवार रात से बारिश शुरू
कलेक्टर सुधीर कुमार कोचर के निर्देश पर जिला प्रशासन पूरी तरह से सतर्क है और जहां-जहां पानी भर गया है, वहां से लोगों को निकालकर सुरक्षित स्थानों पर भेजा जा रहा है। शहर की सुभाष कॉलोनी में जलभराव हो गया है, इसके अलावा आधा दर्जन से अधिक कालोनियां पानी में डूब गई हैं। चारों ओर पानी निकासी के प्रबंध किए जा रहे हैं। सुभाष कॉलोनी में गणेश पंडाल के चारों ओर पानी भर गया है, गणेश प्रतिमा से महज एक फीट नीचे तक पानी है। अगर, बारिश नहीं रुकती तो गणेश प्रतिमा तक पानी पहुंच सकता है। यही स्थिति हटा की सुनार नदी में भी है।
हटा के नावघाट पर स्थापित गणेश प्रतिमा सुनार नदी की बाढ़ के कारण चारों ओर पानी से घिरी हुई है। उपकाशी में भगवान गणेश जी का नदी के पानी के बीच यह दृश्य मनोहारी जरूर है, लेकिन बाढ़ के दुष्परिणाम भी दुखद हैं।
वहीं, तेंदूखेड़ा क्षेत्र में तेज बारिश के बाद नगर और आसपास की नदियां-नाले उफान पर हैं। सर्रा, झलोन मार्ग बंद हो गया है। तारादेही और तेंदूखेड़ा मार्ग भी बंद हो गए हैं। व्यारमा नदी के उफान के कारण जबलपुर-सागर मार्ग भी बंद हो गया है।