College students खेलेंगे पिट्टू, खेल कैलेंडर में शामिल, सात खिलाड़ी होंगे, छह खेलेंगे
Raisenरायसेन। गांवों का पुराना खेल 'गिप्पी गेंद अब नए स्वरूप में लौट आया है। सरकार ने इसे खेल कैलेंडर में शामिल कर लिया है। यह अब पिट्टू खेल के नाम पर खेला जाएगा। सभी कॉलेजों को निर्देश मिले हैं कि वह अपने यहां छात्रों को इसके लिए तैयार करें। इसी साल से प्रतियोगिताओं में शामिल कर जिला और संभाग स्तर की टीमें गठित कर प्रदेश स्तरीय प्रतियोगिता में शामिल कराने के लिए भेजा जाएगा। नई शिक्षा नीति में छात्रों को पुरानी परंपराओं से भी अवगत कराने का प्रावधान किया गया है। इसी के तहत उच्च शिक्षा विभाग ने अपने खेल कैलेंडर में पिट्टू और मलखंभ को शामिल किया है। यह पहला मौका होगा जब गिप्पी गेंद का आयोजन सरकारी तौर पर होगा।
रायसेन सहित पूरे विंध्याचल क्षेत्र का यह काफी लोकप्रिय खेल रहा है, खासतौर पर गांवों में अब भी खेला जाता है। पीएम श्री कॉलेज के खेल प्रभारी हबीब समीर ने बताया कि वीडियो कांफ्रेंसिंग में पिट्टू को लेकर निर्देश मिले हैं, इसके लिए खिलाडिय़ों को प्रशिक्षित किया जाएगा।
जनवरी से होंगे कॉलेजों में आयोजन..…
पहली बार पिट्टू को शामिल किया जा रहा है। इसी महीने से कॉलेजों में खेल प्रतियोगिताएं शुरू हो रही हैं। इस कारण खेल कैलेंडर में 15 से 17 जनवरी 2024 तक कालेजों में इसकी टीमें चयनित की जाएंगी। जिला और संभाग के बाद राज्य स्तरीय स्पर्धा इंदौर में छह से आठ फरवरी के बीच खेली जाएगी। इसमें पहली बार ही महिला-पुरुष दोनों वर्गों की प्रतियोगिताएं होंगी। कॉलेज विद्यार्थी बचपन में खेलने वाला पारंपरिक खेल खेलकर अलग आनंद की अनुभूति करेें।
पिट्टू फेडरेशन के नियम लागू हुए तो दोनों टीमों में सात-सात खिलाड़ी शामिल किए जाएंगे। जिसमें छह मैदान में उतरेंगे, एक खिलाड़ी अतिरिक्त रहेगा।