CM डॉ मोहन यादव का बड़ा एक्शन: रायसेन की सेहतगंज सोम डिस्टलरीज शराब फैक्ट्री सील
रायसेन Raisen। रायसेन केभोपाल रोड़ सेहतगंज Bhopal Road, Sehtganj, Raisen में जिला व पुलिस प्रशासन ने शराब फैक्ट्री सोम डिस्टलरी Liquor Factory Som Distillery को सील कर दिया गया है। रायसेन जिले में स्थित शराब फैक्ट्री सोम डिस्टलरी को जिला-प्रशासन ने बुधवार को सील कर दिया है। साथ ही फैक्ट्री का लाइसेंस 20 दिन के लिए निलंबित कर दिया है।हम आपको यह बता दें कि 15 जून को राष्ट्रीय बाल श्रम संरक्षण आयोगके अध्यक्ष डॉ प्रियंक कानूनगो और उनकी टीम ने यहां छापा मारकर 59 बच्चों का रेस्क्यू किया था। जिसके बाद आबकारी आयुक्त ने नोटिस जारी कर जवाब मांगा था। संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर सोम शराब बीयर फैक्ट्री पर कार्रवाई की गई।
मुख्यमंत्री ने जताई थी नाराजगी....
सोम शराब फैक्ट्री सेहतगंज में बाल श्रम की बात सामने आने पर सीएम डॉ. मोहन यादव ने भारी नाराजगी जताते हुए सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए थे।तभी से सोम ग्रुप पर संकट के बादल और उलटी गिनती शुरू हो गई थी।
अब तक इन अफसरों पर हो चुकी कार्रवाई.....
इस मामले में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के कड़े निर्देश के बाद आबकारी विभाग के 5 अधिकारियों को सस्पेंड किया गया था। इन अधिकारियों में जिला आबकारी प्रभारी कन्हैयालाल अतुलकर, उप निरीक्षक प्रीति, शैलेंद्र उईके, उप निरीक्षक शैफाली वर्मा, उप निरीक्षक मुकेश कुमार और श्रम निरीक्षक राम कुमार श्रीवास्तव आदि शामिल हैं।
20 दिनों के लिए सोम शराब फेक्ट्री का लाइसेंस सस्पेंड..... गेट पर डले ताले
आबकारी आयुक्त ने शराब फैक्ट्री सोम डिस्टलरी सेहतगंज का लाइसेंस 20 दिन के लिए सस्पेंड कर दिया है।
सीएम बोले- कोई अपराध करेगा तो उसे बख्शा नहीं जाएगा.....
सोम डिस्टलरीज सेहतगंज पर कार्रवाई को लेकर सीएम डॉ. मोहन यादव ने सोशल मीडिया X पर लिखा- अपराधी को सजा और पीड़ित को न्याय दिलाने में मध्यप्रदेश सरकार कभी पीछे नहीं रहेगी। यहां अगर कोई अपराध करेगा, तो वह बख्शा नहीं जाएगा। सीएम ने ये ट्वीट किया -
राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग के अध्यक्ष ने लिखा- सत्यमेव जयते.....
शराब फैक्ट्री सोम डिस्टलरी सेहतगंज पर कार्रवाई के बाद राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग के अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो ने सीएम डॉ. मोहन यादव को धन्यवाद कहा। उन्होंने सोम डिस्टलरीज के एक्शन की काफी सराहना की है।जनहित में बाल श्रम को लेकर मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव का यह सराहनीय कदम काबिले तारीफ है।