बेमियादी धरने के समर्थन में आइसा-आरवाईए ने विवि में किया विरोध और धरना प्रदर्शन
बेगूसराय: हाईकोर्ट के आदेश व अभिषद के निर्णय के आलोक में वर्षों से काम कर रहे दैनिक वेतनभोगी कर्मियों को बकाया भुगतान करने व काम पर वापस लाने की मांग के साथ गत 22 फरवरी से चल रहे बेमियादी धरने के समर्थन में आइसा-आरवाईए भी आ गया है.
संगठन ने कर्मियों के समर्थन में लनामि विवि परिसर में कुलपति व कुलसचिव के विरोध में प्रदर्शन किया. नेतृत्व राजू कर्ण ने किया. मौके पर सभा भी हुई, जिसकी अध्यक्षता संदीप कुमार ने की. आरवाईए के राज्य सह सचिव संदीप कुमार चौधरी ने कहा कि विवि प्रशासन हाईकोर्ट के आदेश व अभिषद के निर्णय की अवहेलना कर रहा है. नौ दिन बीत जाने के बाद भी एक पदाधिकारी धरने पर बैठे कर्मियों से वार्ता तक करने नहीं आए. आइसा के जिला सचिव मयंक यादव ने कहा कि विवि में शैक्षणिक माहौल को बर्बाद किया जा रहा है. आरवाईए के राज्य परिषद सदस्य राजू कर्ण व आइसा राज्य कार्यकारिणी सदस्य प्रिंस कर्ण ने कहा कि विवि प्रशासन कर्मियों से अविलंब वार्ता कर समस्या का निदान करे नहीं तो उग्र आंदोलन होगा. आंदोलन में संदीप कुमार चौधरी, मयंक कुमार यादव, राजू कर्ण, प्रिंस कर्ण, संदीप कुमार, विशाल मांझी, संतोष कुमार, मृत्युंजय कुमार मिश्रा थे.
मैट्रिक की उत्तर पुस्तिकाओं का शुरू हुआ मूल्यांकन
बिहार विद्यालय परीक्षा समिति की ओर से जारी गाइडलाइन के आलोक में शहर के सात मूल्यांकन केंद्रों पर से मैट्रिक की उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन शुरू हुआ. डीईओ समर बहादुर सिंह ने बताया कि सभी सात केंद्रों पर गाइडलाइन के आलोक में मूल्यांकन शुरू हो गया है. उन्होंने कहा कि कुल 1800 मूल्यांकनकर्ताओं को उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन के लिए प्रतिनियुक्त किया गया है.
हालांकि अभी तक शत-प्रतिशत शिक्षकों ने योगदान नहीं किया है. उम्मीद है कि तक उनका योगदान हो जाएगा. परीक्षा कोषांग से प्राप्त जानकारी के अनुसार मैट्रिक की उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन के लिए जिला स्कूल, सफी मुस्लिम हाईस्कूल को केंद्र बनाया गया है.