Raisen रायसेन. जिले में महीनेभर से करीब 35 ट्रांसफार्मर जले हुए हैं और अंधेरे में 45 गांव की जनता गुजारा कर रही है बारिश में। मेंटीनेंस पर बिजली महकमे ने 25 लाख खर्च किया है। इसके बावजूद विद्युत आपूर्ति व्यवस्था पटरी पर नहीं लौट रही है। अधिकारियों की उदासीनता व मैदानी अमले की लापरवाही ग्रामीणों पर भारी पड़ रही है।
इन गांवों में जले हैं ट्रांसफार्मर....
तहसील रायसेन के इमलिया, भादनेर,नयापुरा अगरिया ,करमोदिया मासेर अल्ली बरबटपुर,सेहतगंज सहित दर्जनों गांवों तेज आंधी बारिश की वजह से ट्रांसफार्मर जल चुके हैं।
बिजली कटौती पर बहानेबाजी....
इधर बिजली कटौती पर अधिकारियों ने बहानेबाजी करते हुए बताया है कि लाइन के संपर्क में जो पेड़ रहते हैं उसे काटा जाता है। साथ ही बिजली के ढीले तार को टाइट किया गया है। इसके बावजूद दिक्कतें वहीं आ रही हैं जहां ग्रामीणों ने पेड़-पौधों की छंटनी करने या काटने पर विरोध किया है। मेंटीनेंस कार्य में भी परेशानी हुई है।
ग्रामीणों का दर्द .....
कई बार जनसुनवाई में शिकायत की गई है ।लेकिन गांव में अभी तक ट्रांसफार्मर नहीं लगाया गया है। बिजली कंपनी के अधिकारी इस समस्या से वाकिफ हैं। इसके बावजूद ग्रामीणों की समस्या का समाधान नहीं हुआ है। महीनेभर से गांव में ट्रांसफार्मर जल गया है। रात में कट रही है। दिन में पेड़ सहारा बन रहे हैं।
रामनाथ प्रजापति ने बताया कि कलेक्ट्रेट की जनसुनवाई में ग्रामीणजनों द्वारा गौहरगंज तहसील के बरबटपुर गांव में ओवरलोड कनेक्शन के कारण ट्रांसफार्मर जले हुए महीनाभर बीत गया है।गांव अंधेरे में डूबा हुआ है।ऐसे में गांवों में 10 घण्टे बिजली आपूर्ति का प्रदेश की मोहन सरकार का वादा खोखला साबित हो रहा है।मध्य क्षेत्रबिजली कंपनी मनमानी करने में सबसे आगे है। कार्यालय में बैठकर बिजली बिल भेज दिया जाता है। कभी भी रीडिंग नहीं लिया जाता है। मनमानी बिल कैसे जमा करेंगे। जबकि, पूरा बिल जमा करने पर ट्रांसफार्मर लगाने की बात कह रहे हैं। कलेक्टर से शिकायत पर भी सुनवाई नहीं हो रही है।रामप्रताप साहू उपभोक्ता
ये कारण बता रहे अधिकारी....
@50 फीसदी से अधिक गांवों में बिजली बिल बकाया होना।
@समय रहते ग्रामीणों की ओर बिजली बिल जमा नहीं करना।
@ खेतों की बुवाई,धान पौधों की रोपाई हो जाने से नहीं पहुंच पा रहे ट्रांसफार्मर।
@चिह्नित गांवों के उपभोक्ताओं की बिजली चालू कर बाकी उपभोक्ताओं के साथ सौतेला व्यवहार किया जा रहा है।