मध्य प्रदेश में शनिवार को मिले 140 नए कोरोना मरीज, इंदौर-भोपाल की हालत सबसे खराब
मध्य प्रदेश में कोरोना
भोपाल/बैतूल। मध्य प्रदेश में एक बार फिर दबे पाव कोरोना ने दस्तक दे दी है. एक दिन में 140 नए पॉजिटिव मरीजों का सामने आना प्रदेश में खतरे की घंटे कहा जा सकता है. शनिवार को प्रदेश में 7053 सैंपलों की जांच की गई, जिनमें 140 मरीज मिले हैं,जबकि 113 स्वस्थ हुए हैं. बुधवार को एक ही दिन में 312 मरीज सामने आए थे. इधर भोपाल में कोरोना एक्टिव मरीजों की संख्या बढ़कर 280 पर पहुंच गई है. जबकि इंदौर में 770 मरीज संक्रमित हैं.
बैतूल जिले में 9 एक्टिव मरीज: बैतूल जिले में कोरोना डराने लगा है. बीती रात भोपाल से आई सैंपलों की रिपोर्ट में आमला क्षेत्र में चार नए पॉजिटिव मरीज आए हैं. प्रभातपट्टन में भी एक नया पॉजिटिव सामने आने के बाद एक बार फिर स्वास्थ्य महकमे में हड़कंप मच गया है. जिले में इस समय कुल 9 एक्टिव केस हैं सभी का इलाज होम क्वारंटाइन से हो रहा है. अधिकांश मरीजों की उम्र 35 से 41 वर्ष के बीच की बताई जा रही है.
लापरवाही से हालात हो सकते हैं बेकाबू: इंदौर और भोपाल की हालत सबसे ज्यादा खराब होती जा रही है. इंदौर और भोपाल में कुछ दिनों से जिस तरह मरीज बढ़े हैं. यह बैतूल जिले के लिए भी खतरे से कम नहीं है. लेकिन जिस तरह की लापरवाही सामने आ रही है इससे कहा जा सकता है कि हालात किसी भी समय बेकाबू हो सकते हैं. भले ही लोगों ने वेक्सीन लगाकर खुद के बचाव का प्रयास किया है, लेकिन कोरोना का नया रूप किस तरह लोगों को कैसे चपेट में ले, कहा नहीं जा सकता.
सैंपलों की कछुआ चाल: पूर्व में भी बैतूल जिले में कम सैंपलों के कारण कोरोना की तीसरी लहर ने कई लोगों की जिंदगी छीन ली थी. इसके बावजूद स्वास्थ्य विभाग ने इससे अब तक सबक नहीं लिया है. अभी भी हर दिन 150 सैंपलों की जांच के लिए भोपाल भेजा जा रहा है. बैतूल में कोरोना टेस्ट करने की मशीन उपलब्ध है पर इसका उपयोग नहीं हो रहा है. हर दिन 150 रिपोर्ट भोपाल भेजी जा रही हैं. लगभग दो दिन बाद रिपोर्ट यहां आती है तब तक हालात यह होते हैं कि कोरोना के संदिग्ध मरीज दूसरों को चपेट में ले रहे हैं. यही लापरवाही इस बार भी कहीं महंगी न पड़ जाए, इस बात का ध्यान नहीं रखा जा रहा है. सेंपलों की संख्या नहीं बढ़ने पर जिले में भी स्थिति बिगड़ने से इंकार नहीं किया जा सकता है.