International देह व्यापार रैकेट से संबंधित मामले में किया आरोपपत्र दाखिल
कोच्चि Kochi: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने शनिवार को मेडिकल टूरिज्म की आड़ में संचालित अंतरराष्ट्रीय अंग व्यापार रैकेट से संबंधित मामले में आरोपपत्र दाखिल किया। आरोपपत्र में चार आरोपियों के नाम हैं, जिनमें एक फरार है। आरोपियों की पहचान सबित कोरुकुलथ नासर, सजित श्याम और बेलमकोंडा राम प्रसाद के रूप में की गई है, जिन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि चौथा आरोपी मधु जयकुमार फरार है। चारों पर बीएनएस (भारतीय न्याय संहिता) की विभिन्न धाराओं के तहत आरोप लगाए गए हैं। आरोपी भोले-भाले युवाओं को पैसे के लिए अंग दान करने और एक बड़े रैकेट के तहत उन्हें विदेशी देशों में तस्करी करने में शामिल थे।
एनआईए की जांच के अनुसार, वे भारत में संभावित अंग दाताओं की पहचान करते थे और एजेंटों और Social media के माध्यम से उन्हें पैसे देकर उनका शोषण करते थे। गिरोह ने अंग प्रत्यारोपण की जरूरत वाले भारतीय मरीजों से भी संपर्क किया और ईरान में सर्जरी कराने के लिए उनसे करीब 50 लाख रुपये वसूले। दाताओं और प्राप्तकर्ताओं को यह विश्वास दिलाया गया कि ईरान में अंग व्यापार कानूनी है। आरोपपत्र में कहा गया है कि जांच में यह भी पता चला कि आरोपियों ने अंग व्यापार को सुविधाजनक बनाने के लिए सरकार के विभिन्न कार्यालयों और अधिकारियों की मुहरों और हस्ताक्षरों सहित जाली दस्तावेज बनाए। एनआईए ने 3 जुलाई को कोच्चि में नेदुंबसेरी पुलिस से मामले को अपने हाथ में लिया था और अब वह अपनी जांच जारी रखे हुए है।