Karnataka: अस्थमा के इलाज के लिए 'वंडर पिल' ने कर्नाटक के गांव में हज़ारों लोगों को आकर्षित किया
Koppal (Karnataka). कोप्पल (कर्नाटक): कोप्पल जिले का एक सुप्त गांव शनिवार की सुबह जीवंत हो उठा, जब देश के विभिन्न हिस्सों से हजारों लोग सांस संबंधी समस्याओं, खासकर अस्थमा को ठीक करने वाली हर्बल दवा लेने के लिए वहां पहुंचे। पारंपरिक चिकित्सक अशोक राव कुलकर्णी Ashok Rao Kulkarni द्वारा तैयार की गई 'चमत्कारी गोली' कर्नाटक के कई हिस्सों, पड़ोसी महाराष्ट्र और सभी दक्षिणी राज्यों से लोगों को कुटागनहल्ली गांव की ओर खींच रही है। कुलकर्णी के अनुसार, इस दवा को तब दिया और खाया जाना चाहिए, जब चंद्रमा 'मृगशिरा नक्षत्र' से 'आर्द्रा नक्षत्र' में प्रवेश करता है। दवा लेने का वास्तविक 'मुहूर्त' (शुभ समय) शनिवार को सुबह 7:47 बजे था। कि यह दवा हिंदू चंद्र कैलेंडर के 'ज्येष्ठ मास' में विशेष रूप से सहायक होती है, जब क्षेत्र में बारिश होती है। इसलिए, शनिवार को भारी भीड़ थी। कुलकर्णी ने लोगों को यह दवा देते हुए एक शताब्दी पूरी कर ली है। कुटागनहल्ली में संवाददाताओं से बातचीत में कुलकर्णी कुलकर्णी के परिवार ने दावा कियाKulkarni ने कहा, "इससे पहले मेरे पिता व्यास राव कुलकर्णी ने 60 साल तक यह दवा दी और उनके बाद मैंने इसे देना शुरू किया। यह दवा वितरित करने का मेरा 40वां साल है।"
दवा पर सदियों पुराना भरोसा ही है, जिसके कारण लोग बड़ी संख्या में गांव में आकर मुफ्त में दवा प्राप्त करते हैं। धोती, अंग वस्त्र और माथे पर सिंदूर का तिलक लगाए नंगे बदन कुलकर्णी जरूरतमंदों को दवा देने के लिए गोलाकार दवा लेकर तैयार थे।कुटागनहल्ली में नजारा किसी भव्य मेले जैसा था। भारी भीड़ की उम्मीद में कई विक्रेताओं ने सब्जियां, खाद्य पदार्थ और छोटी-मोटी चीजें बेचने के लिए अपने अस्थायी स्टॉल लगा दिए थे।गांव में एसयूवी समेत बड़ी संख्या में चार पहिया वाहन खड़े थे और लोग 'चमत्कारी गोली' प्राप्त करने के लिए लंबी कतार में खड़े थे, जो कुलकर्णी परिवार का एक रहस्य है।