Karnataka sex scandal: प्रज्वल रेवन्ना को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा
Bengaluru बेंगलुरु। यहां की एक अदालत ने सोमवार को पूर्व जेडीएस सांसद प्रज्वल रेवन्ना को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया। उन पर कई महिलाओं के साथ बलात्कार और यौन शोषण का आरोप है। उन्हें आज 42वें अतिरिक्त मुख्य मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट Metropolitan Magistrate (ACMM) की अदालत में पेश किया गया, क्योंकि उनकी विशेष जांच दल (SIT) की हिरासत आज समाप्त हो गई। अदालत ने 31 मई को उन्हें 6 जून तक एसआईटी की हिरासत में भेजा था, और बाद में इसे 10 जून तक बढ़ा दिया था।
हिरासत में रहते हुए, SIT ने साक्ष्य जुटाने और गवाहों से पूछताछ करने सहित विस्तृत जांच की और आरोपों के बारे में रेवन्ना से विस्तृत पूछताछ की। अदालत ने आरोपों की गंभीरता और SIT द्वारा प्रस्तुत साक्ष्यों को ध्यान में रखते हुए उन्हें 24 जून तक 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजने का फैसला किया। जेडीएस के संरक्षक और पूर्व पीएम एचडी देवेगौड़ा के 33 वर्षीय पोते हाल के चुनावों में हासन संसदीय क्षेत्र को बरकरार रखने की अपनी कोशिश में विफल रहे थे। एसआईटी अधिकारियों ने 31 मई को जर्मनी से बेंगलुरु के केम्पेगौड़ा अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उतरते ही रेवन्ना को गिरफ्तार कर लिया।
हसन के चुनाव में जाने के एक दिन बाद 27 अप्रैल को वह जर्मनी के लिए रवाना हुआ था। केंद्रीय जांच ब्यूरो के माध्यम से एसआईटी द्वारा अनुरोध किए जाने के बाद इंटरपोल द्वारा उसके ठिकाने की जानकारी मांगने के लिए पहले ही ‘ब्लू कॉर्नर नोटिस’ जारी किया जा चुका था।एसआईटी द्वारा दायर आवेदन के बाद निर्वाचित प्रतिनिधियों के लिए एक विशेष अदालत ने 18 मई को रेवन्ना के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया।
हसन जिले के होलेनरसिपुरा में उसके खिलाफ दर्ज एक मामले में उसे 28 अप्रैल को गिरफ्तार किया गया था। उस पर 47 वर्षीय पूर्व नौकरानी का यौन उत्पीड़न करने का आरोप था। उसे दूसरे नंबर के आरोपी के रूप में सूचीबद्ध किया गया है, जबकि उसके पिता और विधायक एच डी रेवन्ना मुख्य आरोपी हैं।प्रज्वल रेवन्ना पर यौन उत्पीड़न के तीन मामले दर्ज हैं। उसके खिलाफ बलात्कार का भी आरोप है।यौन शोषण के मामले तब प्रकाश में आए जब 26 अप्रैल को हासन में लोकसभा चुनाव से पहले प्रज्वल रेवन्ना से जुड़े कथित अश्लील वीडियो वाले पेन-ड्राइव कथित तौर पर प्रसारित किए गए।उनके खिलाफ दर्ज मामलों के बाद जेडी(एस) ने उन्हें पार्टी से निलंबित कर दिया।