नेशनल एयर क्लीन प्रोग्राम पर कार्य शुरू, 15वें वित्त से मिलेगा फंड
हवा में प्रदूषण को कम करने के लिए नेशनल एयर क्लीन प्रोग्राम पर कार्य शुरू हो गया है.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। हवा में प्रदूषण को कम करने के लिए नेशनल एयर क्लीन प्रोग्राम पर कार्य शुरू हो गया है. इस अभियान को संचालित करने के लिए 15वें वित्त से फंड मिलेगा. इस संबंध में प्रदूषण नियंत्रण पर्षद के क्षेत्रीय निदेशक जितेन्द्र कुमार सिंह ने बताया कि इस अभियान का नोडल एजेंसी जेएनएसी को बनाया गया है. इसके साथ एक बैठक भी की गई है. इसमें जेएनएसी के साथ प्रदूषण नियंत्रण पर्षद, ट्रैफिक कंट्रोल डिपार्टमेंट, परिवहन विभाग व शहर के सिविल सोसाइटी के लोगों को बुलाया गया था.
देश के 122 शहरों का चयन कर हवा की शुद्धता पर चलाया जा रहा अभियान
क्षेत्रीय निदेशक ने बताया कि नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल का प्रयास है कि हवा में मौजूद धूलकणों और विषैले धुंध को मानक के अंदर यानी 100 मिलीग्राम से कम के स्तर पर लाना है. इसके लिए देश के 122 शहरों का चयन कर वहां हवा की शुद्धता पर अभियान चलाया जा रहा है. इस सूची में झारखंड के 3 शहर जमशेदपुर, राजधानी रांची और धनबाद शामिल है. एक सर्वे के दौरान वर्ष 2017 में हवा सबसे ज्यादा दूषित पाई गई थी. तभी प्रदूषित शहरों की सूची तैयार कर वहां अभियान चलाने का निर्णय लिया गया था. उन्होंने बताया कि कोरोना काल में हवा की शुद्धता खुद ब खुद अच्छी हो गई थी, लेकिन अब फिर से हवा दूषित होना शुरू हो गया है.
कैसे रोकेंगे वायु प्रदूषण
इस अभियान के तहत शहर के चुनिंदा जगहों पर हवा की शुद्धता को दर्शाने वाले डिसप्ले लगाए जाएंगे. ड्रोन कैमरों से शहर में उत्सर्जित हो रहे वायु प्रदूषण के कारकों को तलाशे जाएंगे. फिर उसके रोकथाम के लिए मिलजुल कर प्रयास किया जाएगा.