स्वास्थ्य विभाग का घोर आपराधिक कारनामा सामने आई, एक ट्रैक्टर से अधिक सरकारी दवा गड्ढे में फेंकी हुई पाई गई

गढ़वा जिले के कांडी प्रखंड क्षेत्र में स्वास्थ्य विभाग का एक घोर आपराधिक कारनामा सामने आई है.

Update: 2024-03-17 07:01 GMT

गढ़वा : गढ़वा जिले के कांडी प्रखंड क्षेत्र में स्वास्थ्य विभाग का एक घोर आपराधिक कारनामा सामने आई है. जो कि एक ट्रैक्टर से अधिक सरकारी दवाएं आबादी क्षेत्र से दूर एक गड्ढे में फेंकी हुई बरामद की गई हैं, जिसमें 80 फीसदी दवाओं की एक्सपायरी डेट 2 साल के बाद की है. तो कुछ दवाओं की एक्सपायरी आठ महीने के बाद की है. जबकि 20 - 25 फ़ीसदी दवाओं की एक्सपायरी हो चुकी है.

सूचना प्राप्त होने पर कांडी थाना प्रभारी गुलशन कुमार गौतम मौके पर पहुंचकर दवाओं को जप्त कर थाना ले गए. हजारों जरूरतमंदों को मुफ्त में दी जाने वाली दवा को इस तरह से फेंकने का अक्षम्य अपराध किसने किया है? पुलिस इसका पता लगाने में जुटी है. कांडी प्रखंड क्षेत्र के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल सतबहिनी झरना तीर्थ के दक्षिण सतबहिनी गेट से राजा घटहुआं गांव जाने वाली सड़क में पंडी नदी के निकट बड़े से गड्ढे और उसके बाहर तमाम दवाएं फेंकी हुई पाई गई हैं.
सूत्रों की मानें तो गाड़ी पर लोड करके इन दवाओं को लाकर फेंक दिया गया है. इसकी सूचना सबसे पहले दवाएं फेंकते हुए देखकर एक गुप्त सूत्र ने कांडी प्रखंड प्रमुख सह झारखंड प्रदेश प्रमुख संघ के अध्यक्ष सत्येंद्र कुमार पांडेय उर्फ पिंकू पांडेय को दी थी. प्रमुख ने इसकी सूचना स्थानीय पत्रकारों को दिया पत्रकारों ने सूचना कांडी थाना प्रभारी को गुलशन कुमार गौतम को सूचना दी एवं इस संबंध में कांड दर्ज करते हुए थाना प्रभारी छानबीन कर दोषियों को गिरफ्तार कर कड़ी सजा दिलाए जाने की बात कही है.
गौरतलब है कि सरकारी अस्पतालों से मुख्य रूप से गरीब परिवारों के लोग ही दवाएं लेते हैं. लेकिन दवाओं को इस तरह बेदर्दी से फेंक कर सरकारी अस्पताल पर उनके आशा और भरोसे पर कुठाराघात किया गया है. यह मामला गंभीर जांच का विषय है.
इस मामले में जिला के मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी सिविल सर्जन डॉक्टर अशोक कुमार ने कहा कि यह किस फैसिलिटी से भेजी हुई दवा है. यह बैच नंबर की जांच से पता चल जाएगा. मैंने इसकी जांच का आदेश दे दिया है.
इस मामले में में राज्य के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा है कि मामले का पूरा डीटेल भेजिए. जांच कराई जाएगी, कांडी प्रखंड के भाजपा नेता शशांक शेखर ने जब स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता से बात की तो उन्होंने कहा की डीटेल्स भेजिए निश्चित रूप से जांच कराई जाएगी.
वहीं, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ गोविंद प्रसाद सेठ ने कहा कि यह दवा कहां से आई इसकी जांच कराई जा रही है. वैसे यह दवा किसी स्वास्थ्य केंद्र की नहीं लगती है. वह अभी हेड क्वार्टर में मौजूद नहीं हैं. सोमवार को उपलब्ध होंगे. बावजूद इसके मामले की विभाग द्वारा जांच की जा रही है.


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