Jharkhand: झारखंड के पश्चिमी सिंहभूम के जराईकेला थाना क्षेत्र के सारंडा जंगल में लकड़ी चुनने के दौरान आईईडी विस्फोट हो गया। इस विस्फोट में सात वर्षीय बच्ची की मौत हो गई। विस्फोट में एक महिला भी घायल हो गई। घटना मंगलवार की सुबह करीब साढ़े नौ बजे तिरिलपोसी और थोलकोबाद गांव के सीमावर्ती क्षेत्र राड़ापोड़ा जंगल में हुई। मालूम हो कि नक्सलियों ने सुरक्षा बलों को नुकसान पहुंचाने के लिए जंगल में जगह-जगह आईईडी बम लगा रखे थे और ये दोनों उसी की आड़ में आ गए। इस घटना में बच्ची की मौत हो गई, जबकि महिला का इलाज पास के निजी अस्पताल में चल रहा है।
जानकारी के अनुसार तिरिलपोसी गांव की सनिका गगराई की बेटी सनियारो गगराई (7 वर्ष) और महिला पालो बोदरा अपने परिजनों के साथ जंगल में लकड़ी चुनने गई थीं। इस दौरान सनियारो का पैर जमीन खोदकर लगाए गए आईईडी बम पर पड़ गया और वह फट गया। घटना में बच्ची के दोनों पैर गंभीर रूप से जख्मी हो गए। वहीं, कुछ दूरी पर लकड़ी चुन रही पालो बोदरा नामक महिला भी घायल हो गई। आईईडी के टुकड़े पालो के चेहरे और पेट में लगे। सूचना मिलने पर झरिया केला थाना प्रभारी ने दोनों को मनोहरपुर सीएचसी पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने युवती को मृत घोषित कर दिया। महिला का इलाज चल रहा है। युवती की मौत से गांव में मातम पसर गया है।
बताया जा रहा है कि जंगल गांव से करीब 3 से 4 किलोमीटर दूर है। घटना के बाद पुलिस ने अहम जानकारियां साझा कीं। घटना के संबंध में पश्चिमी सिंहभूम के एसपी आशुतोष शेखर ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि नक्सल विरोधी अभियान के दौरान सुरक्षा बलों को नुकसान पहुंचाने के लिए आईईडी लगाया गया था। जिससे युवती की मौत हो गई और एक महिला घायल है। यह नक्सलियों की कायराना हरकत है। नक्सलियों के खिलाफ अभियान जारी रहेगा।