झारखंड में मानवता शर्मसार! दुर्घटना में घायल महिला सड़क पर तड़पती रही, वाहन नहीं रुके तो ठेला पर लाद ले गए अस्पताल
झारखंड में एक बार फिर सिस्टम की लापरवाही और लोगों की सभ्य समाज की संवेदनहीन से मानवता को शर्मसार करने वाली घटना सामने आई है।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। झारखंड में एक बार फिर सिस्टम की लापरवाही और लोगों की सभ्य समाज की संवेदनहीन से मानवता को शर्मसार करने वाली घटना सामने आई है। झरिया-धनबाद मुख्य मार्ग पर दुखहरिणी मंदिर के समीप एक ऐसी घटना घटी, जिसने मानवीय संवेदना को झकझोर दिया। सड़क के किनारे दुर्घटना में घायल महिला तड़प रही थी। कई वीआईपी और यात्री वाहन देख कर गुजरते रहे, लेकिन किसी ने महिला की सुधि नहीं ली। जब उसके परिजन पहुंचे तो अस्पताल ले जाने के लिए कोई यात्री वाहन रुकने को तैयार नहीं दिखा। अंत में एक ठेला पर लाद कर भरी दुपहरिया में महिला को परिजन झरिया के एक निजी अस्पताल ले गए।
बताते हैं कि भगतडीह की एक महिला सड़क से होकर जा रही थी। तभी तेज रफ्तार से बाइक ने उसे धक्का मार दिया, जिससे वह सड़क पर गिर गई। उसे गंभीर चोट आई। चालक बाइक लेकर भाग निकला। हादसे के बाद कई लोग जुट गए। किसी ने महिला के परिजनों को सूचना दी। परिजन एंबुलेंस के इंतजार में खड़े रहे लेकिन कोई व्यवस्था नहीं दिखाई पड़ी। अंत में घायल महिला को एक ठेला पर लादकर अस्पताल के लिए निकल पड़े।
परिजनों को 108 नंबर पर कॉल करने की जानकारी नहीं थी। भीड़ में किसी ने भी एंबुलेंस के लिए 108 पर कॉल नहीं किया। घटना से स्पष्ट हो गया कि अभी तक अधिकतर लोगों को या तो एंबुलेंस बुलाने के लिए 108 नंबर पर कॉल करने की जानकारी नहीं है। ऐसे में सरकारी सिस्टम की कार्यशैली पर भी सवाल उठने लगे हैं। सरकार द्वारा जनता के हित के लिए कई योजनाएं चलाए जा रहे हैं। लेकिन आम जन को इसकी जानकारी नही होना प्रशासन की विफलता है। इससे साबित होता है कि सरकार की जन हितैषी योजनाओं का प्रचार प्रसार ठीक से नहीं हो रहा है।