Ranchi : 100 करोड़ की जमीन को 1 करोड़ खर्च कर हड़पने की रची गई साजिश, जमीन घोटाला में ईडी का बड़ा खुलासा
रांची Ranchi : जमीन घोटाला मामले में आरोपी शेखर कुशवाहा की गिरफ्तारी के बाद ईडी ED ने कई बड़े खुलासे कुए है. सूत्रों के मुताबिक, रांची के चेशायर होम रोड स्थित 100 करोड़ से अधिक की 4.83 एकड़ जमीन को 1 करोड़ खर्च कर हड़पने की साजिश रची गई थी. इस जमीन को हड़पने की साजिश रचने वाले मास्टरमाइंड में जमीन कारोबारी शेखर कुशवाहा के अलावे अफसर अली, विपिन सिंह और सद्दाम हुसैन प्रमुख थे. रिपोर्ट्स के मुताबिक, चेशायर होम रोड स्थित 100 करोड़ से अधिक की 4.83 एकड़ जमीन को कब्जा करने के लिए वर्ष 1940 और 1974 के 2 फर्जी डीड बनाए गए थे. जिसमें 20 लाख रुपए खर्च करने का सद्दाम हुसैन ने जिक्र भी किया था. खबर है कि इस डीड के लिखावट मो. इरशाद के निर्देश मिलने पर मकबूल अंसारी और मो. अलाउद्दी ने तैयार किया था जिनकी मौत हो चुकी है.
जानकारी के मुताबिक, चेशायर होम रोड Cheshire Home Road स्थित यह जमीन 37.10 एकड़ भू-खंड का हिस्सा था जिसे साल 1930 में कैथोलिक क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसाइटी से कैला महतो और मंगल महतो ने खरीदा था. जमीन CNT की थी जिसे हस्तांतरित नहीं किया जा सकता था इसलिए इस जमीन का फर्जी डीड तैयार करवाया गया. रिपोर्ट्स के मुताबिक इसमें सिटी अंचल कलर्क मनोज कुमार यादव और भानू प्रताप प्रसाद की मुख्य भूमिका रही है. मनोज कुमार यादव के साथ मिलकर जमीन कारोबारी विपिन सिंह ने 5 लाख रूपये लिए और इसके बदले आर-27 रजिस्टर में छेड़छाड़ की.
अपने जांच के दौरान ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) ने इस बात का खुलासा किया है कि चेशायर होम रोड स्थित 4.83 एकड़ जमीन हड़पने के लिए गिरफ्तार शेखर कुशवाहा, प्रियरंजन सहाय और नेपाल महतो ने मंगला महतो और कैला महतो के वंशज दिलेश्वर, गबेश्वर, राजनारायण, दिलनाथ और जितेंद्र महतो को 2 एकड़ जमीन का एग्रीमेंट किया था. जो 18 नवंबर 2021 को किया गया था. रिपोर्ट्स के मुताबक, शेखर कुशवाहा ने एग्रीमेंट के एवज में 20 लाख, विपिन सिंह ने प्रियरंजन सहाय को 10 लाख और प्रियरंजन सहाय यने 40 लाख रुपए नकद दिए थे. इसके बाद साल 2022 मई को कोलकात्ता में होटल पियरलेस में बैठकर इन्होंने इस जमीन के फर्जी कागजात तैयार किए. इसका खुलासा ईडी ने सद्दाम के मोबाइल से मिली एक तस्वीर से की है.
प्रियरंजन सहाय ने ईडी के समक्ष शेखर कुशवाहा के साथ 4.83 एकड़ जमीन हड़पने की साजिश में शामिल होने की बात कबूल कर ली है. इसके साथ ही समीर कुमार सिन्हा, हेमंत कुमार जबकि प्रणव पॉल ने भी कोलकात्ता के महुआ मित्रा और संजय घोष को जमीन हड़पने की बात कबूल की है. तिरिल मौजा की जमीन के बदले हेमंत कुमार और समीर कुमार सिन्हा को कमीशन दिया गया था. प्रियरंजन ने मामले में भानु प्रताप की संलिप्तता की बात भी बताई. जबकि सद्दाम हुसैन ने मिलकर भुईंहरी जमीन खाता 1055 को बेचा, जिसमें उन्होंने खाली जमीन बेचकर 50 लाख कमाए और अफसर अली के साथ मिलकर कई जमीनों पर कब्जा भी किया.