पीएम मोदी ने कहा कि वो अटल बिहारी वाजपेयी की ही अभूतपूर्व क्षमता थी जिसकी वजह से झारखंड एक अलग राज्य बना और अस्तित्व में आया। उन्होंने ही केंद्र में एक नया मंत्रालय आदिवासियों के हितों के लिए बनाया। इसमें उनके लिए नीतियां बनाई गईं। झारखंड के स्थापना दिवस के मौके पर पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को भी श्रद्धांजलि देता हूं
जिस वक्त महात्मा गांधी दक्षिण अफ्रीका में रंगभेद की नीतियों के खिलाफ आंदोलन चला रहे थे, उसी समय देश में भगवान बिरसा मुंडा विदेशी ताकतों से भारत को आजाद कराने की लड़ाई छेड़े हुए थे। पीएम मोदी ने कहा कि उन्होंने अपना लंबा जीवन आदिवासी भाई-बहनों और बच्चों के साथ बिताया है। उनके सुख-दुख को बेहद करीब से देखा है। उनकी जरूरतों को पहचाना है। इसलिए आज का दिन मेरे लिए बेहद खास है।
देश ने तय किया है कि स्वतंत्रता दिवस के अमृत काल में आदिवासी समुदाय की संस्कृति और उनकी गौरवशाली परंपरा को एक नई पहचान दी जाए। भगवान बिरसा मुंडा की जयंति के मौके पर ये एतिहासिक फैसला लिया गया है। उनके जन्मदिवस को अब जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाया जाएगा।
पीएम मोदी ने कहा कि भगवान बिरसा के नेतृत्व में मुंडा आंदोलन हो, या फिर संथाल संग्राम और खासी संग्राम हो, पूर्वोत्तर में अहोम संग्राम हो या छोटा नागपुर क्षेत्र में कोल संग्राम। भारत के आदिवासी बेटे बेटियों ने अंग्रेजी सत्ता को हर कालखंड में चुनौती दी। धरती आबा बहुत लंबे समय तक इस धरती पर नहीं रहे थे। लेकिन उन्होंने जीवन के छोटे से कालखंड में देश के लिए एक पूरा इतिहास लिख दिया, भारत की पीढ़ियों को दिशा दे दी।
भगवान बिरसा ने समाज के लिए जीवन जिया, अपनी संस्कृति और अपने देश के लिए अपने प्राणों का परित्याग किया। इसलिए, वो आज भी हमारी आस्था में, हमारी भावना में हमारे भगवान के रूप में उपस्थित हैं। भगवान बिरसा मुंडा स्मृति उद्यान सह स्वतंत्रता सेनानी संग्रहालय के अलावा देश के अलग-अलग राज्यों में ऐसे ही 9 और संग्रहालयों पर तेजी से काम हो रहा है। बहुत जल्द गुजरात के राजपीपला, आंध्र प्रदेश के लम्बासिंगी, छत्तीसगढ़ के रायपुर, केरल के कोझीकोड, मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा, तेलंगाना के हैदराबाद, मणिपुर के टमिंगलोंग, मिजोरम के कैल्सि में, गोवा के पोंडा में इन संग्राहलयों को हम साकार रूप लेते हुए देखेंगे।