राष्ट्रीय ग्रिड में संकट गहराने से झारखंड की बिजली की आपूर्ति घटी

राष्ट्रीय ग्रिड पर संकट गहराने से झारखंड में बिजली की आपूर्ति घट गई है।

Update: 2022-07-19 02:06 GMT

फाइल फोटो 

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। राष्ट्रीय ग्रिड पर संकट गहराने से झारखंड में बिजली की आपूर्ति घट गई है। हाल यह है कि राज्य में करीब 600 मेगावाट तक की लोड शेडिंग करनी पड़ रही है। यह हालत सोमवार शाम साढ़े सात बजे पैदा हुई। राज्य में सोमवार को बिजली की औसत मांग 1800 मेगावाट रही। पर संकट गहराने के कारण करीब 100 से 600 मेगावाट लोड शेडिंग करनी पड़ी। यह स्थिति देर रात तक बनी रही।

सूत्रों के अनुसार सोमवार शाम राष्ट्रीय ग्रिड की फ्रिक्वेंसी 50 से घटकर 49.4 हर्टस हो गई। ऐसा किसी राज्य के तय कोटा से अधिक बिजली खींचने के कारण हुआ। ग्रिड पर संकट को देखते हुए नेशनल लोड डिस्पैच्ड सेंटर ने राज्यों को कोटे से अधिक बिजली नहीं लेने का निर्देश दिया। ऐसे में झारखंड ने 100 से 600 मेगावाट की लोड शेडिंग की। इस कारण रांची सहित विभिन्न शहरों और ग्रामीण इलाकों में बिजली की किल्लत शुरू हो गई। देर रात तक जेबीवीएनएल के अधिकारी स्थिति का पता लगाने का प्रयास कर रहे थे।
बिजली की लाइनों का नेटवर्क है राष्ट्रीय ग्रिड
राष्ट्रीय ग्रिड बिजली लाइनों का विशाल नेटवर्क है। इससे उत्पादित बिजली का देश भर में संचरण और फिर वितरण किया जाता है। उत्पादित बिजली ग्रिड से राज्यों को किये गये करार के तहत की जाती है। राज्य अनुशासन तोड़ते हैं तब ग्रिड फेल होने का संकट गहराता है।
रांची में बिजली की किल्लत शाम में की गई लोड शेडिंग
रांची में सोमवार को बारिश के बाद शाम में अचानक बिजली की किल्लत हो गई। बिजली की कटौती का असर राजधानी के आधे हिस्से में दिखा। शहर के विभिन्न इलाके के दर्जनों मोहल्ले में एक से दो घंटे तक बिजली गुल रही। यह समस्या तेनुघाट थर्मल पावर की एक यूनिट बंद होने के कारण हुई। वहीं, रांची में अचानक बिजली की मांग बढ़ गई। खपत ज्यादा होने से बिजली की कटौती शुरू हो गई। इसी दौरान सिकीदिरी हाइडल प्लांट को रुक्का से कम पानी मिलने के कारण पिक आवर में उत्पादन ठप हो गया और रांची को 170 मेगावट कम बिजली मिलने लगी। इससे नामकुम ग्रिड और हटिया व कांके ग्रिड को कम बिजली मिली। इस कारण देर शाम तक आधी रांची में लोड शेडिंग कर क्रमवार बिजली की आपूर्ति की गई। इस वजह से कई इलाकों में घण्टो बिजली नही रही और अंधेरा पसरा रहा। जबकि देर शाम तक बिजली की आंख मिचौनी भी होती रही।
तेनुघाट की एक यूनिट बंद हो गई है और सिकीदिरी प्लांट भी कम पानी मिलने के कारण बन्द हो गया। इससे पिक आवर में 160-170 मेगावट कम बिजली रांची को मिल रही है। हम लोग प्रयास कर रहै हैं कि जल्द स्थिति सामान्य हो।
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