Jharkhand Weather : एक जनवरी को पूरे राज्य में कंपकंपाती ठंड ने लोगों को घरों में कैद कर दिया। उत्तर-पश्चिम दिशा से चल रही सर्द हवाओं ने ठिठुरन बढ़ा दी है। नए साल के पहले दिन लोग उत्साहित थे, लेकिन ठंड ने अधिकांश लोगों को घरों से बाहर नहीं निकलने दिया। राजधानी रांची और आसपास के जिलों में दिनभर आंशिक बादल छाए रहे और ठंड का कहर जारी रहा। सर्द हवाओं के कारण रांची का तापमान एक सप्ताह बाद दस डिग्री से नीचे 8.6 डिग्री पर पहुंच गया है। सुबह में दिखेगा कोहरे का असर मौसम वैज्ञानिक अभिषेक आनंद ने बताया कि अगले पांच दिनों तक सुबह में कोहरे या धुंध का असर रहेगा और आसमान मुख्य रूप से साफ रहेगा।
उन्होंने बताया कि आसमान साफ रहने से ठंड का असर बढ़ेगा। मौसम विज्ञान केंद्र रांची की ओर से जारी पूर्वानुमान के अनुसार राजधानी और आसपास के जिलों में सर्द हवाओं का असर बना रहेगा। सुबह और देर रात कोहरे का असर दिखेगा। ऐसा रहा मौसम पिछले 24 घंटे के मौसम की बात करें तो राज्य में मौसम शुष्क रहा। चाईबासा में सबसे अधिक अधिकतम तापमान 25.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि गुमला में सबसे कम न्यूनतम तापमान 6.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। रांची में अधिकतम तापमान 20.4 डिग्री सेल्सियस जबकि न्यूनतम तापमान 8.6 डिग्री सेल्सियस रहा।
कड़ाके की ठंड से आम आदमी ठिठुर रहा है। पूस की रात में पाला पड़ रहा है। पाला पड़ने से ठंड और ठिठुरन का प्रकोप बढ़ गया है। लोगों में बेबसी और परेशानी है। यह ठंड खास तौर पर पशु-पक्षियों पर भारी साबित हो रही है। लोग ठंड से काफी परेशान हैं।
ठंड के कारण इलाके के लोग बीमार हैं, ज्यादातर लोग सर्दी, खांसी और फ्लू से पीड़ित हैं। अस्पतालों में भीड़ देखने लायक है।ठंड से बचने के लिए लोग देर सुबह तक अपने घरों में दुबके रहते हैं, जबकि शाम होते ही चौक-चौराहों पर सन्नाटा पसर जाता है। इस बार प्रशासन ने ठंड से बचने के लिए चौक-चौराहों पर अभी तक अलाव की व्यवस्था नहीं की है।साथ ही सरकारी कंबल भी अभी तक वितरित नहीं किए गए हैं। स्थानीय लोगों ने मांग की है कि जल्द ही कंबल वितरित किए जाएं। साथ ही चौराहों पर अलाव की व्यवस्था की जाए।