Jharkhand : एनजीटी ने सिमडेगा में बंद किया नदियों से बालू उत्खनन, अब निर्माण कार्य मंहगी होगी

Update: 2024-06-09 08:19 GMT

सिमडेगा Simdega : राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण National Green Authority (एनजीटी) के आदेश पर सभी नदी घाटों से 10 जून से नदियों से बालू का उठाव बंद करने का आदेश जारी कर दिया है. ऐसे में स्टॉक के बालू से निर्माण कार्य होगें. जिससे बालू के मूल्य में बढोत्तरी हो जाती है. एनजीटी के आदेश पर नदियों से 10 जून से बालू का उठाव बंद हो जाएगा. इसके साथ ही स्टॉक बालू के मूल्य बढ़ जाएंगे. और निर्माण कार्य मंहगी होगी. बता दें, बरसात में नदियों की भौगोलिक स्थिति न बदले और वे बेलगाम न हो. इसलिए एनजीटी के आदेश के बाद सभी बालू घाटों से 10 जून से 5 अक्टूबर तक बालू उठाव करने पर प्रतिबंध लागाय जा रहा है.

सिमडेगा Simdega उपायुक्त अजय कुमार सिंह ने पूर्व से ही अवैध बालू खनन, उत्खनन एवं परिचालन पर रोक लगाने का निर्देश दिए है. साथ ही, सभी संबंधित अधिकारियों को अवैध रूप से बालू उठाव की सूचना पर दंडात्मक कार्रवाई करने की बात कही है. जिले में होने वाले अवैध बालू उठाव और परिचालन आदि पर रोक लगाने के लिए खनन एवं संबंधित पदाधिकारी को निर्देश दिया है. उन्होंने टीम का गठन कर जिले में अवैध बालू खनन, उत्खनन एवं परिचालन के विरूद्ध आवश्यक कार्रवाई करने का निर्देश दिया है. हाल के दिनों में नदियों के पुल-पुलियाओं के पास से बालू उठाव की खबर के बाद उपायुक्त के निर्देश पर रविवार को एसडीओ सुमंत तिर्की और डीएमओ महेंद्र कुमार सहित अन्य अधिकारियों ने शंख नदी के पुल के पास ड्रेन खुदवाया. जिससे ट्रैक्टर पुल के पास से बालू का उठाव करने नदी में नहीं जा सकें.
इस दौरान जिला खनन पदाधिकारी महेंद्र कुमार ने कहा कि एनजीटी के आदेश पर नदियों से बालू उठाव नहीं होने से विकास कार्यों में बालू की पूर्ति सिमडेगा में पांच बालू स्टॉकिस्ट के माध्यम से बालू आपूर्ति कर निर्माण कार्य किए जाएंगे. हालांकि इन पांच स्टॉकिस्ट में से अभी सिर्फ एक का सीटीओ क्लियर है. शेष 04 स्टॉकिस्ट का रिनिवल का आवेदन अभी विभाग के फाइल में पड़ा हुआ है. डीएमओ ने बताया कि जल्द ही सभी इन चार स्टॉकिस्ट का रिनीवल भी कर दिया जाएगा. हालांकि अब स्टॉकिस्ट बालू सप्लाई करेगा तो जाहिर सी बात है कि नदियों से सीधे मिलने वाली बालू से ये मंहगी बालू होगी. दूसरी तरफ बरसात के कारण ईंट भी मंहगी हो जाती है. ऐसे में निर्माण कार्य भी मंहगी पड़ेगी. पेट्रोलियम और खाद्यान्न तो पहले से मंहगाई का चोला ओढ़ लोगो को परेशान कर रही हैं. अब निर्माण कार्य पर भी मंहगाई की आफत और कहर बरपाएगी.


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