रणजी ट्रॉफी 2021-22 के प्री-क्वार्टरफाइनल मुकाबले में झारखंड की टीम ने रचा इतिहास, तीसरे दिन ठोके 880 रन
रणजी ट्रॉफी 2021-22 के प्री-क्वार्टरफाइनल मुकाबले में झारखंड की टीम ने इतिहास रच दिया है.
रणजी ट्रॉफी 2021-22 के प्री-क्वार्टरफाइनल मुकाबले में झारखंड की टीम ने इतिहास रच दिया है. नागालैंड के खिलाफ जारी मैच के दौरान झारखंड के बल्लेबाजों ने मैच के तीसरे दिन 880 रन ठोक दिए. ये इस टूर्नामेंट के इतिहास का चौथा सबसे बड़ा स्कोर है. क्वार्टर-फाइनल की आठ में से सात टीमों का चयन हो चुका है. इस मैच को जीतने वाली टीम को सीधे क्वार्टर-फाइनल में प्रवेश मिलेगा. रणजी ट्रॉफी के पहले चरण में यह आखिरी मुकाबला है. इसके बाद दूसरे चरण के मैच आईपीएल 2022 के बाद खेले जाएंगे.Also Read - मैच जिताऊ प्रदर्शन से Shreyas Iyer हैं उत्साहित, 'तेजी से रन बनाने के चक्कर में आउट हो सकता था'
झारखंड ने आज नौ विकेट पर 769 रन से आगे खेलना शुरू किया जिसमें शाहबाज नदीम 123 और 11वें नबंर के खिलाड़ी राहुल शुक्ला 29 रन पर थे. टीम ने पारी घोषित करने का कोई इरादा नहीं दिखाया और उसकी अंतिम जोड़ी ने 191 रन (323 गेंद में) जोड़े जिससे टीम 203.4 ओवर में आउट हुई. Also Read - टीम इंडिया के अजेय कप्तान बने रोहित शर्मा, अब तक नहीं हारा एक भी मैच
यह अंतिम विकेट की भागीदारी भी पूरी पारी में सबसे बड़ी साझेदारी रही जिसमें सपाट पिच के साथ प्लेट ग्रुप में शीर्ष पर रही टीम के कमजोर गेंदबाजी आक्रमण की बड़ी भूमिका रही. बायें हाथ के स्पिनर इम्लिवती लेमतुर (179 रन देकर चार विकेट) ने अंत में इस भागीदारी को तोड़ा जब नदीम ने रिवर्स स्वीप की कोशिश की लेकिन पगबाधा आउट हुए. Also Read - Most Fours in IPL: आईपीएल के इतिहास में किसने लगाए सर्वाधिक चौके ? देखें टॉप-5 लिस्ट
जवाब में नगालैंड ने दिन का खेल समाप्त होने तक चार विकेट गंवाकर 130 रन बना लिये थे. पांच दिन के मुकाबले में दो दिन का खेल बचा है और झारखंड इस तरह जून में होने वाले रणजी ट्राफी क्वार्टरफाइनल में पहुंचने के करीब है. स्टंप तक अनुभवी विकेटकीपर बल्लेबाज चेतन बिष्ट 46 रन बनाकर क्रीज पर मौजूद हैं जो 204 ओवर तक विकेट के पीछे खड़े रहे थे. दूसरे छोर पर अबू नेचिम 13 रन बनाकर खेल रहे थे
इससे पहले बायें हाथ के स्पिनर नदीम ने अपने करियर की सर्वश्रेष्ठ 177 रन की पारी के दौरान 22 चौके और दो छक्के जमाये. शुक्ला ने 149 गेंद में नाबाद 85 रन की पारी के दौरान छह छक्के और सात चौके जड़े. झारखंड से पहले हैदराबाद (छह विकेट पर 944 रन, 1993-94), होल्कर (आठ विकेट पर 912 रन, 1945-46) और तमिलनाडु (छह विकेट पर 912 रन, 1988-89) रणजी ट्राफी में सबसे बड़े स्कोर बना चुके हैं.