केन्द्र और झारखंड सरकार के बीच टकराहट की बनी नौबत, जानें क्या रही वजह
आईएएस/आईपीएस अधिकारियों की प्रतिनियुक्ति को लेकर केन्द्र और झारखंड सरकार के बीच टकराहट की नौबत बन गयी है।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। आईएएस/आईपीएस अधिकारियों की प्रतिनियुक्ति को लेकर केन्द्र और झारखंड सरकार के बीच टकराहट की नौबत बन गयी है। झारखंड के मुख्मंत्री हेमंत सोरेन ने आईएएस (कैडर) रूल्स, 1954 में प्रस्तावित संशोधनों को रद्द करने की मांग की है। हेमंत सोरेन ने पीएम को लिखा है कि अखिल भारतीय सेवा से जुड़े अधिकारियों को बिना उनकी सहमति और राज्य सरकार से बगैर एनओसी लिये केंद्र सरकार में प्रतिनियुक्त करने का उद्देश्य स्पष्ट नहीं है। ऐसा करने से केन्द्र राज्य संबंध प्रभावित होगा। सीएम का कहना है कि यदि ऐसा केंद्र सरकार के मंत्रालयों में अधिकारियों की कमी को दूर करने के लिये किया जाना है तो भी यह यह कदम उचित नहीं प्रतीत हो रहा है। क्योंकि राज्य सरकार को अखिल भारतीय सेवा से केवल तीन श्रेणी आईएएस, आईपीएस और आईएफएस अधिकारी मिलते हैं। केंद्र सरकार यूपीएससी के माध्यम से हर वर्ष विभिन्न अखिल भारतीय सेवा के 30 अधिकारियों का पूल बना ले तो मंत्रालयों में अधिकारियों की कमी आसानी से दूर की जा सकेगी।