झारखण्ड : जमशेदपुर वर्कर्स कॉलेज की 30 छात्राएं छात्रवृत्ति से वंचित रह गईं. छात्राओं का आरोप है कि कॉलेज प्रबंधन ने उनके आवेदन को भूलवश कल्याण विभाग को अग्रसर नहीं किया. सभी आवेदन कॉलेज की आलमारी में रखे रह गए. इस कारण उन्हें छात्रवृत्ति से वंचित रहना पड़ा.
मामले में अब आजसू छात्र संघ ने कॉलेज के खिलाफ आंदोलन का एलान किया है. दरअसल, वर्कर्स कॉलेज में सत्र 2022-2024 की इंटर प्रथम वर्ष की छात्राओं ने झारखंड सरकार की सुकन्या योजना के तहत आवेदन शिक्षको से जांच करवा कर कॉलेज में जमा करवाया था. कॉलेज के एक कर्मचारी छात्रवृति की कागजी प्रक्रिया का काम संभालती हैं. उक्त कर्मचारी ने समय रहते फॉर्म कल्याण विभाग तक नहीं पहुंचाया. कुछ दिन बाद कॉलेज में कुछ छात्राओं ने इसकी शिकायत की. कॉलेज प्रबंधन ने जांच की तो पता चला कि 30 छात्राओं का फॉर्म आलमारी में ही रखा हुआ है. अब मामला प्रकाश में आने के बाद प्रबंधन के द्वारा छात्राओं को सेकेंड ईयर में छात्रवृति फॉर्म भरने के लिए बोला जा रहा है. आजसू छात्र संघ के कोल्हान प्रभारी हेमंत पाठक ने कहा कि 30 छात्राओं को प्रति छात्रा छात्रवृति का 8000 रुपये मिलना था, लेकिन कॉलेज की गलती के कारण छात्रवृत्ति के 240000 रुपये छात्राओं को नहीं मिले. इसकी पूरी जिम्मेदारी कॉलेज प्रशासन की है. कॉलेज के प्राचार्य डॉ. एसपी महालिक ने कहा कि आवेदन की तकनीकी समस्याओं के कारण छात्रवृत्ति नहीं मिली. इसपर छात्र संघ के हेमंत पाठक कहते हैं कि अगर आवेदनों में तकनीकी गलतियां थी तो कॉलेज प्रशासन को इसे सुधरवाना चाहिए था, लेकिन अब जब सात माह बाद छात्राएं शिकायत कर रही हैं तो कॉलेज कह रहा कि आवेदन में गलती थी. संघ ने मामले में जांच करने की मांग की है.