झारखंड में 11 LMO प्लांट लगे, कोराना महामारी में ही एक्टिव था विभाग

कोराना काल में झारखंड ने दूसरे प्रदेशों को ऑक्सीजन सप्लाई किया था.

Update: 2022-09-14 01:16 GMT

न्यूज़ क्रेडिट : lagatar.in

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। कोराना काल में झारखंड ने दूसरे प्रदेशों को ऑक्सीजन सप्लाई किया था. महामारी के उस भयावह दौर में वायु सेना के कार्गो प्लेन और ट्रेन से ऑक्सीजन की सप्लाई की जा रही थी. इधर, देशभर में कोरोना से मौत का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा था. उस दौर में देशभर में ऑक्सीजन की किल्लत और इससे जुड़ी व्यवस्था ध्वस्त हो चुकी थी. जिसके बाद स्वास्थ्य महकमा हरकत में आया और बड़े पैमाने पर ऑक्सीजन की व्यवस्था को लेकर तैयारी शुरू की गयी. इसके फलस्वरूप झारखंड में 11 लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन (एलएमओ) प्लांट लगाये गये. लेकिन जैसे ही महामारी का दौर खत्म हुआ राज्य का स्वास्थ महकमा सुस्त पड़ गया है.

जानकारी के अनुसार राज्य के विभिन्न जिलों में लगाए जाने वाले 38 एलएमओ प्लांट का काम कागजी प्रक्रिया में उलझ कर रह गए हैं. वहीं, रांची सदर अस्पताल में 6 हजार लीटर का एलएमो प्लांट तो जरूर लग गया है, लेकिन शुरू करने में 50 से 60 लाख रुपये और खर्च करना पड़ेगा. इसे चालू करने में सप्लाई के लिए कंज्यूमेबल्स (कॉपर) पाइप से कनेक्शन अभी बाकी है. वहीं अस्पताल के एक अधिकारी ने कहा कि 6 हजार की क्षमता वाले एलएमओ प्लांट से सदर अस्पताल के नए भवन में ऑक्सीजन की सप्लाई कि जाएगी. जब अस्पताल का नया भवन हैंड ओवर हो जाएगा. उसके बाद वार्डों में ऑक्सीजन की सप्लाई सुचारू होगी.
पीएम केयर से ज्यादा सीएसआर फंड से लगा पीएसए प्लांट
रांची जिले में पीएम केयर फंड से महज तीन पीएसए प्लांट लगाये गए हैं. इनमें रिम्स में 1500 बेड पर ऑक्सीजन सप्लाई के लिए के लिए 200 एलपीएम की क्षमता की प्लांट लगायी गयी है. जबकि सदर अस्पताल में 300 बेड पर ऑक्सीजन सप्लाई के लिए 100 एलपीएम की क्षमता वाली पीएसए प्लांट लगायी गयी है. वहीं सब डिविजनल हॉस्पिटल बूंडु में 50 बेड पर ऑक्सीजन की सप्लाई के लिए 500 एलपीएम की क्षमता वाली पीएसए प्लांट लगाया गया हैं. वहीं "शुभम संदेश" की पड़ताल में यह सच सामने आया कि रांची जिले के अधिकांश अस्पतालों में पीएम केयर फंड से ज्यादा सीएसआर फंड से पीएसए प्लांट लगाया गया है.
इन अस्पतालों में सीएसआर फंड से लगी है पीएसए प्लांट
-सदर अस्पताल साईट-2: पैथ गूगल
-सदर अस्पताल साईट-3: पैथ गूगल
-इटकी आरोग्यशाला इटकी रांची : टीएसएफ
-सीएचसी सोनाहातू: सीसीएल
-सीएचसी ओरमांझी: सीसीएल
-सीएचसी नामकुम: अरवींद मिल्स
-संत अन्ना हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर: पैथ गूगल
-सेंट्रल हॉस्पिटल गांधीनगर: कोल मिनिस्ट्री
-डिविजनल रेलवे हॉस्पिटल हटिया:रेलवे
-सीएचसी बुढ़मू:सीएमपीडीआई
-सीआईएल रामगढ़ हॉस्पिटल (रांची): कोल मिनिस्ट्री
इन जिलों में लगाया गया है लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन प्लांट
-रिम्स रांची: 3
-सदर अस्पताल रांची:1
-पूर्वी सिंहभूम(एमजीएम):1
-बोकारो बीजीएच:1
-रांची मेदांता:1
-पूर्वी सिंहभूम (टाटा मोटर):1
-पूर्वी सिंहभूम (टीएमएच):1
-सरायकेला-खरसांवा(ब्रहामानंद):1
-बोकारो केएम मेमोरीयल हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर:1
पीएम केयर फंड से राज्य को मिला को 4809 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर
वहीं कोरोना काल में पीएम केयर फंड से झारखंड को कुल 4809 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर मिला था. इनमें 4701 कंसंट्रेटर के राज्य के विभिन्न अस्पतालों को आंवटित किया गया है. जबकि 108 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर को स्टॉक में हैं. बात करें रांची जिले की यहां 5 एलपीएम के 198 और 10 एलपीएम के 177 कुल 375 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर पीएम केयर फंड से मिले हैं. जिसे जिले के सभी अस्पतालों में सप्लाई किया गया है.
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