जम्मू-कश्मीर में एसआई भर्ती परीक्षा में गड़बड़ी के मिले सबूत, रद्द होने की आशंका

जम्मू-कश्मीर पुलिस में सब इंस्पेक्टर भर्ती परीक्षा में धांधली मामले की जांच कर रही समिति के हाथ गड़बड़ी के कुछ सुबूत लगे हैं।

Update: 2022-06-29 03:22 GMT

फाइल फोटो 

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। जम्मू-कश्मीर पुलिस में सब इंस्पेक्टर भर्ती परीक्षा में धांधली मामले की जांच कर रही समिति के हाथ गड़बड़ी के कुछ सुबूत लगे हैं। इस आधार पर पूरी भर्ती परीक्षा रद्द हो सकती है। प्रशासन जल्द ही इस बाबत निर्णय लेगा। इसके लिए कानूनी सलाह भी ली जा रही है। बताते हैं कि जांच समिति ने पहले सौ स्थान पाने वाले अभ्यर्थियों में 50-60 को पूछताछ के लिए बुलाया, लेकिन इनमें से ज्यादातर अभ्यर्थी समिति की ओर से पूछे गए सवालों का सही जवाब नहीं दे पाए। पूरी धांधली में अर्धसैनिक बलों से जुड़े एक रिटायर्ड अफसर, एक नेता की सुरक्षा में लगे कर्मी का नाम सामने आया है, जो इन दिनों भूमिगत हैं। भर्ती परीक्षा कराने वाली एजेंसी की भूमिका भी संदिग्ध बताई जा रही है।

सरकार से जुड़े उच्च पदस्थ सूत्रों ने बताया कि जांच समिति ने विभिन्न पहलुओं पर जांच की है। भर्ती परीक्षा का रिकॉर्ड खंगालने के साथ ही परीक्षा में बेहतर प्रदर्शन करने वाले अभ्यर्थियों को भी बुलाकर गहन पूछताछ की है। एक ही परिवार के दो या दो से अधिक लोगों के चयनित होने के मामले में भी समिति ने पूछताछ की है।
सूत्रों ने बताया कि जिन अभ्यर्थियों को पूछताछ के लिए समिति ने बुलाया उनसे कुछ सवाल भी किए गए। इनमें से ज्यादातर अभ्यर्थी जवाब नहीं दे पाए। वे इधर-उधर की बातें करते रहे। सूत्र यह भी बताते हैं कि एसआई भर्ती परीक्षा में पेपर लीक होने की भी आशंका है। पेपर के बदले करोड़ों रुपये का खेल हुआ है। अभ्यर्थियों से पेपर के बदले पैसे लिए गए हैं। ज्ञात हो कि पुलिस में सब इंस्पेक्टरों की भर्ती पहली बार जम्मू-कश्मीर सर्विस सिलेक्शन बोर्ड (एसएसबी) के जरिये कराई गई है। इससे पहले पुलिस महकमा ही इसकी भर्ती करता था।
जांच एजेंसी को सौंपा जा सकता है मामला
सूत्रों ने बताया कि जांच समिति की सिफारिशों के आधार पर प्रशासन पूरे मामले की जांच किसी जांच एजेंसी को सौंप सकता है ताकि इसके लिए जिम्मेदार लोगों को सलाखों के पीछे लाया जा सके। जांच एजेंसी को विभिन्न इलाकों में कार्रवाई करने और गिरफ्तारी का भी अधिकार होगा। सूत्रों के अनुसार जांच एजेंसी हर उस बिंदुओं और पहलुओं के आधार पर जांच कर आपराधिक कार्रवाई भी करेगी।
उप राज्यपाल ने की थी जांच की घोषणा
जम्मू-कश्मीर सेवा चयन बोर्ड (जेकेएसएसबी) की ओर से आयोजित सब-इंस्पेक्टर भर्ती परीक्षा में धांधली के आरोपों की जांच की उप राज्यपाल मनोज सिन्हा ने घोषणा की थी। उन्होंने 15 दिन में समिति को जांच करने के आदेश दिए थे। गृह विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव आरके गोयल सतिति की अध्यक्षता कर रहे हैं।
उधमपुर में शेर-ए-कश्मीर पुलिस अकादमी में पिछले दिनों आयोजित पासिंग आउट परेड में उपराज्यपाल ने कहा था कि अभी तक की गई किसी भी भर्ती पर कोई उंगली नहीं उठाई गई है। लेकिन अगर लोगों के मन में आशंका है, तो प्रशासन का कर्तव्य है कि वह निष्पक्ष जांच करे। अगर परीक्षा में किसी भी तरह की धांधली हुई होगी, तो पूरी प्रक्रिया को रद्द किया जाएगा। साथ ही इसमें शामिल लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
परिणाम निकलते ही लगे थे धांधली के आरोप
जेकेएसएसबी ने 27 मार्च को सब-इंस्पेक्टर के 1200 पदों पर लिखित भर्ती परीक्षा करवाई थी, जिसका परिणाम चार जून को जारी किया गया था। परिणाम आने के बाद से ही अभ्यर्थी धांधली का आरोप लगाने लगे। उनका कहना था कि एक ही परिवार के दो या दो से अधिक लोग चयनित हुए हैं। परीक्षा में भाई-बहन भी सफल हो गए हैं।
अखनूर की एक लाइब्रेरी का नाम भी लिया गया जिसमें पढ़ने वाले कई अभ्यर्थी चयनित कर लिए गए। यह भी आरोप है कि एसआई की परीक्षा में 130 से 140 अंक लाने वाले उम्मीदवारों में ऐसे भी उम्मीदवार हैं, जिनके परिणाम जेकेएसएसबी द्वारा आयोजित अन्य परीक्षाओं में 20 से 30 अंक तक हैं।
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