धर्मशाला। हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय में चल रहे राष्ट्रीय सोशल साइंस रिसर्च मैथडोलॉजी कोर्स के समापन अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सत प्रकाश बंसल ने शोधार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि मैं आज भी अपने विद्यार्थियों से कुछ ना कुछ सीखने का प्रयास करता हूं। उन्होंने शोधार्थियों और शिक्षकों से हर दिन सीखने के लिए तैयार रहने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि मौजूदा दौर के शोधार्थियों का शोध अगले 25 वर्षों में देश के लिए अहम योगदान देने वाला होगा, ऐसे में समाज की विभिन्न समस्याओं के हल निकालने के लिए अपना शोध करें। देशभर से धर्मशाला पहुंचे शोधार्थियों से कुलपति ने आह्वान किया कि वे अपने अपने राज्य और घर पहुंच कर उन्हें पत्र लिखें और अपने शोध संबंधी अनुभव को सांझा करें। शोध एक गहन खोज है।
उन्होंने कहा कि 2 आईडिया को लाइफ का गोल बनाकर काम करें तो रिसर्च के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान होगा। उन्होंने शिक्षकों से भी आह्वान किया कि वे शोध को लेकर अपना माइंड सैट बनाएं तभी सकारात्मक परिणाम आएंगे। इस मौके पर पूर्व निदेशक नॉर्दन रीजनल सैंटर आईसीएसएसआर व जेएनयू सोशल साइंस विभाग के प्रो. कुशल कुमार शर्मा ने कहा कि किसी भी शोध कार्य को पूरा करने के लिए निश्चित समय अवधि की आवश्यकता रहती है। इस मौके पर कोर्स डायरैक्टर डाॅ. शशि पूनम ने 10 दिवसीय रिसर्च मैथडोलॉजी कोर्स की विस्तार से जानकारी दी। इस मौके पर परीक्षा नियंत्रक सुमन शर्मा, शोध निदेशक डॉ प्रदीप नायर आदि मौजूद रहे।